राजधानी दिल्ली में सीलिंग को लेकर जारी घमासान के बीच मंगलवार (30 जनवरी) की सुबह सांसद मनोज तिवारी के नेतृत्व में दिल्ली बीजेपी नेता सीलिंग के मुद्दे पर चर्चा के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर पहुंचे। लेकिन बैठक में दोनों पार्टी के नेता आपस में उलझ गए और कहासुनी शुरू हो गई। इसके बाद बीजेपी नेता मारपीट और बदसलूकी का आरोप लगाते हुए केजरीवाल के घर के बाहर धरने पर बैठ गए।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, बैठक में बीजेपी नेताओं की केजरीवाल से बहस हो गई। केजरीवाल ने कहा कि चर्चा बंद कमरे में न होकर मीडिया के सामने हो और उसके बाद जो सहमति बनेगी उसे लेकर एलजी के पास जाएंगे। वहीं बीजेपी का कहना है कि हम आपसे चर्चा के लिए आए थे, आपने मीडिया को क्यों बुलाया। बीजेपी के नेताओं का कहना है कि उनके साथ मारपीट की गई है और थाने पहुंचकर बीजेपी विधायक विजेंद्र गुप्ता ने शिकायत दर्ज करवाई है। पुलिस विजेंद्र गुप्ता और एक अन्य बीजेपी नेता को जांच के लिए अस्पताल ले गई है।
नवभारत टाइम्स की ख़बर के मुताबिक, बीजेपी विधायक विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि सीएम आवास में हमसे बदसलूकी की गई है। उन्होंने ‘आप’ नेताओं पर बदसलूकी और धक्का-मुक्की का आरोप लगाया। इन नेताओं में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी समेत सांसद रमेश बिधूड़ी, प्रवेश वर्मा और विधायकों समेत दो मेयर भी शामिल हैं।
हिन्दुस्तान.कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक, ये बैठक केजरीवाल के आवास पर दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी की अगुवाई वाले प्रतिनिधिमंडल के साथ मुश्किल से करीब 10 मिनट चली कि बीजेपी के खिलाफ नारे और प्रदर्शन शुरू हो गए। आप विधायक जरनैल सिंह ने कहा कि वे सभी मुख्यमंत्री आवास में ड्रामा करने के लिए आए थे।
हिन्दुस्तान.कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक, पूरे विवाद पर बोलते हुए मनोज तिवारी ने कहा कि वो हंगामा नहीं चाहते थे। इसलिए हमने 20 लोगों का नाम दिया था कि मिलना चाहते थे। तिवारी ने कहा कि जैसे ही हमने बोलना शुरू किया तो ‘आप’ के विधायक उठ कर कहने लगे कि आप यहां भाषण मत दो। उन्होंने कहा कि अपरिपक्वता अरविंद केजरीवाल ने दिखाई है। उन्हें 150 लोगों को बुलाने की क्या जरूरत थी? दिल्ली के प्रदेश अध्यक्ष का ‘आप’ ने अपमान किया है।
हिन्दुस्तान की रिपोर्ट के मुताबिक, सीएम आवास पर दिल्ली बीजेपी के साथ सीलिंग मुद्दे पर बात बिगड़ने के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमारे पास विजेन्द्र गुप्ता की चिट्ठी आयी थी कि हम लोग मिलना चाहते हैं। मुझे बेहद खुशी हुई कि इस मौके पर बातचीत करेंगे और अपने-अपने दायरे में कदम उठाने पर सहमति बनेगी।
यदि दोनों पार्टियां सही से बात कर लेतीं तो यह मिसाल बन जाता। मुझे दुख है कि वे लोग चले गए, वो अकेले में बात करना चाहते थे। खुले में बात करने की अपील को उन्होंने नहीं सुना। सीएम केजरीवाल ने कहा कि यदि इस सप्ताह तक एलजी ऐक्शन नहीं लेते तो हम अस्थायी रोक के लिए सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे।
इसी बीच, बीजेपी ने ट्विट्र पर एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि, ‘केजरीवाल सरकार खुलेआम गुंडागर्दी पर उतर आई है। शांतिपूर्ण तरीक़े से वार्ता करने गए भाजपा नेताओं पर हमला पूरे लोकतंत्र पर हमला है।’ गौरतलब है कि, पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में सीलिंग पर बीजपी और आम आदमी पार्टी में जमकर राजनीति हो रही है।
केजरीवाल सरकार खुलेआम गुंडागर्दी पर उतर आई है। शांतिपूर्ण तरीक़े से वार्ता करने गए भाजपा नेताओं पर हमला पूरे लोकतंत्र पर हमला है। #KejriwalGoons https://t.co/TKvCKgf8ZE
— BJP Delhi (@BJP4Delhi) January 30, 2018