कर्नाटक के कोडागु जिले में एक 50 वर्षीय व्यक्ति की कथित तौर पर पीट-पीटकर हत्या करने के आरोप में आठ पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। इन सभी पुलिसवालों पर एक हवलदार पर कथित तौर पर चाकू से हमला करने के बाद उस व्यक्ति को पीट-पीटकर मार डालने का आरोप है। पुलिस ने व्यक्ति को कर्फ्यू की पाबंदियों के उल्लंघन के आरोप में पकड़ा था।
पुलिस महानिरीक्षक (दक्षिणी रेंज) प्रवीण मधुकर पवार ने आईएएनएस को फोन पर बताया,विराजपेट पुलिस स्टेशन के 2 हेड कांस्टेबल और 6 कांस्टेबल सहित आठ पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है, क्योंकि पीड़ित रॉय डिसूजा की मां ने शिकायत दर्ज की थी कि उनके बड़े बेटे को पीट-पीटकर मार डाला गया था, क्योंकि उसने पुलिसकर्मी संगमेश शिवपुरा पर 8 जून को चाकू से हमला किया था और आत्मसमर्पण करने से इनकार कर दिया था।
पवार ने कहा, कोडागु की पुलिस अधीक्षक क्षमा मिश्रा ने 10 जून को डिसूजा की मां मटिल्डा की शिकायत पर पुलिसकर्मियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 के तहत प्राथमिकी दर्ज की थी। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार, मामला 12 जून को जांच के लिए सीआईडी को सौंप दिया गया था।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, बीते बुधवार को मानसिक रूप से अस्थिर 50 वर्षीय रॉय डीसूजा दरांती लेकर अपने घर से बाहर भागे थे। कर्फ्यू की पाबंदियों को न मानते हुए रॉय कुडगू शहर में घूमने लगे. पुलिस उन्हें पकड़कर थाने ले गई। आरोप है कि रॉय को पुलिस ने थाने में बेरहमी से पीटा। जब इस बात की जानकारी परिजनों को मिली तो वे थाने पहुंचे। परिजन थाने पहुंचे तो रॉय अचेत अवस्था में मिले। रॉय को अस्पताल में भर्तीय कराया गया, जहां इलाज के दौरान शनिवार को उनकी मौत हो गई।