जम्मू और कश्मीर के पुलवामा स्थित केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के ट्रेनिंग सेंटर पर आतंकवादियों ने हमला कर दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार रविवार (31 दिसंबर) सुबह तड़के भारी हथियाबंद दो या तीन आतंकियों ने हमला किया। इस हमले में भारतीय सेना का पांच जवान शहीद हो गया है, जबकि दो जवान घायल बताए जा रहे हैं। मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने कैंप में छिपे दो आतंकियों को मार गिराया है। फिलहाल सर्च ऑपरेशन जारी है।
#CORRECTION Two terrorists have been killed so far in the ongoing #Pulwama encounter, not three as reported earlier
— ANI (@ANI) December 31, 2017
#UPDATE: One more jawan lost his life, one terrorist killed in the ongoing #Pulwama encounter. Two jawans have lost their lives till now & two are injured
— ANI (@ANI) December 31, 2017
#Pulwama attack #UPDATE: Four jawans have lost their lives in the attack, three injured while three terrorists have been killed so far #JammuAndKashmir pic.twitter.com/9hQAqGty0e
— ANI (@ANI) December 31, 2017
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सीआरपीएफ के ट्रेनिंग सेंटर में रविवार 2:10 बजे तड़के घुसे 2-3 आतंकियों ने जबरदस्त फायरिंग शुरू कर दी। न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक आतंकियों ने कैंप में घुसने से पहले सीआरपीएफ ट्रेनिंग सेंटर पर पहले हैंड ग्रेनेड फेंके और उसके बाद फायरिंग शुरू कर दी।
इसके बाद तीन आतंकियों ने कैंप में अंदर घुसने में कामयाब हो गए। तीनों आतंकी एक इमारत में छिपे हुए थे। सुबह से ही दोनों ओर से गोलीबारी चल रही थी, जो अब समाप्त हो गया है। बताया जा रहा है कि ऑपरेशन ऑल आउट में टॉप कमांडरों के सफाए से बौखलाए आतंकवादियों ने साल के आखिरी दिन पुलवामा में यह बड़ा हमला किया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस घटना की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश ए मुहम्मद ने ली है। मरने वाले आतंकवादियों की संख्या तीन बताई जा रही है। यह हमला श्रीनगर से करीब 32 किलोमीटर दूर लेथपुरा में सीआरपीएफ की 185 बटालियन पर हुआ है।
न्यूज एजेंसी एएनआई ने सीआरपीएफ के हवाले से बताया कि आतंकी लेथपुरा स्थित सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स के 185 बटालियन कैंप में शनिवार देर रात करीब 2 बजे घुसने में कामयाब रहे। न्यूज एजेंसी ने सीआरपीएफ के हवाले से कहा है कि दूसरे कैंपों पर भी ऐसे ही हमले की आशंका है।
बता दें कि इससे पहले इसी साल अगस्त महीने में पुलवामा में ही आत्मघाती हमलावरों ने पुलिस लाइन्स को निशाना बनाया था। इस हमले में सुरक्षा बल के आठ जवान मारे गए थे। जबकि सेना के जवाबी कार्रवाई में तीन आतंकवादी भी मारे गए थे।