बिहार के मुजफ्फरपुर के ‘बालिका गृह’ नाम के नारी निकेतन में 34 मासूम बच्चियों के साथ दरिंदगी के मामले ने देश भर में तूफान मचा दिया है। इस मामले में विपक्ष के बढ़ते दबाव के बीच बिहार सरकार की समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा को इस्तीफा तक देना पड़ा है। इस बीच अब पटना के एक आश्रय गृह में दो महिलाओं की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला सामने आने के बाद सनसनी मच गई है।
प्रतीकात्मक तस्वीरसमाचार एजेंसी IANS की रिपोर्ट के मुताबिक बिहार में आश्रय गृह में रहने वाली दो महिलाओं की पटना के एक अस्पताल में मौत हो गई। पुलिस ने यह जानकारी दी। आसरा आश्रय गृह में रहने वाली एक 40 वर्षीय महिला और एक 18 वर्षीय लड़की की शुक्रवार रात पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में मौत हो गई।
चौंकाने वाली बात यह रही कि इस घटना की सूचना न तो पुलिस और न समाज कल्याण विभाग को दी गई। विभाग के अधिकारियों के साथ पुलिस की एक टीम ने शहर के राजीव हागर इलाके में स्थित आश्रय गृह का दौरा किया और वहां कार्यरत कर्मचारियों से पूछताछ की। दोनों महिलाओं की मौत के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
बता दें कि बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में एक बालकिा गृह में 34 नाबालिग लड़कियों के साथ दुष्कर्म की घटना जुलाई में सामने आई थी। बच्चियों से दरिंदगी के मामले में मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर को सीबीआई ने गिरफ्तार किया है। यही नहीं उस पर सीबीआई का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। सीबीआई की टीम ने ब्रजेश ठाकुर के बेटे राहुल आनंद को शनिवार को हिरासत में लेकर उससे लंबी और कड़ी पूछताछ की है।
रविवार सुबह सीबीआई ने आनंद को छोड़ दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आरोपी के बेटे से पूछताछ में सीबीआई को कई अहम सबूत हाथ लगे हैं। वहीं, उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में एक आश्रय गृह से 24 लड़कियों को पिछले सप्ताह तब बचाया गया, जब उनमें से एक ने पुलिस को बताया कि उन लोगों का यौन उत्पीड़न किया जा रहा है।