कर्नाटक में एक बार फिर राजनीतिक घमासान शुरू हो गया है। विधानसभा चुनावों के करीब सात माह बाद सत्तारूढ़ कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने एक-दूसरे पर खरीद फरोख्त के आरोप लगाते हुए अपने अपने विधायकों को लामबंद करना शुरू कर दिया है। इस बीच 2 निर्दलीय विधायकों एच नागेश और आर शंकर ने ने राज्य में सत्ताधारी कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है। हालांकि, राज्य के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि मैं अपनी सरकार को लेकर पूरी तरह से निश्चिंत हूं, मीडिया में पिछले हफ्ते से जो चल रहा है उस पर आनंद ले रहा है।
फाइल फोटो: CM Kumaraswamyराज्य के दो निर्दलीय विधायकों ने मंगलवार को अचानक जेडीएस-कांग्रेस सरकार से समर्थन वापस लेने का ऐलान कर दिया। निर्दलीय विधायक एच नागेश और आर शंकर ने सरकार से नाराजगी का इजहार करते हुए समर्थन वापसी की घोषणा की है। सरकार से समर्थन वापस लेने वाले निर्दलीय विधायक आर शंकर ने कहा कि आज मकर संक्रांति है और इस मौके पर हम सरकार में बदलाव चाहते हैं। राज्य में प्रभावी सरकार होनी चाहिए लिहाजा मैं आज ही कर्नाटक सरकार से अपना समर्थन वापस लेता हूं।
2 Independent MLAs, H Nagesh and R Shankar, withdraw their support from Karnataka govt. pic.twitter.com/C34u3BNFOb
— ANI (@ANI) January 15, 2019
वहीं, समर्थन वापस लेने वाले दूसरे निर्दलीय विधायक एच नागेश का कहना है कि गठबंधन सरकार को मेरा समर्थन अच्छी और स्थिर सरकार के लिए था, जो कि यह सरकार देने में नाकाम रही। गठबंधन के सहयोगियों में कोई आपसी समझ नहीं है, इसलिए मैंने एक स्थिर सरकार के गठन के लिए बीजेपी के साथ जाने का फैसला किया है। मुझे उम्मीद है कि यह सरकार गठबंधन सरकार से अच्छा काम करेगी।
सीएम बोले- ‘मैं पूरी तरह से निश्चिंत हूं’
वहीं, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने 2 निर्दलीय विधायकों ने सरकार से अपना समर्थन वापस लेने पर कहा कि अगर 2 विधायक समर्थन वापस ले भी लिया तो संख्या क्या है? मैं पूरी तरह से निश्चिंत हूं, मीडिया में पिछले हफ्ते से जो चल रहा है उसे एंजॉय कर रहा हूं। जबकि राज्य में राजनीतिक हालातों पर कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री जी परमेश्वर ने कहा कि हम कहते रहे हैं कि बीजेपी हमारे विधायकों को पैसे और शक्ति के माध्यम से लुभा रही है, लेकिन सरकार को अस्थिर करने का उनका प्रयास विफल होगा। हमारी सरकार स्थिर है।
Karnataka CM HD Kumaraswamy on 2 Independent MLAs withdraw support from Karnataka government: If 2 MLAs withdraw their support, what will be the numbers? I'm totally relaxed. I know my strength. Whatever is going on in media in the past week, I am enjoying pic.twitter.com/vsmmbdBXSY
— ANI (@ANI) January 15, 2019
G Parameshwara, Deputy Karnataka CM on two independent MLAs withdrawing their support: We have been saying that BJP is luring our MLAs through money and power but their attempts to destabilise the govt will fail. Our govt is stable. pic.twitter.com/HMZPS9iKN1
— ANI (@ANI) January 15, 2019
कांग्रेस नेता ने बीजेपी पर लगाया विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप
कर्नाटक के जल संसाधन मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता डी. के. शिवकुमार ने बीजेपी पर विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया। शिवकुमार ने रविवार को बेंगलुरू में मीडिया को बताया, “हमारे तीन विधायक मुंबई में हैं। हम (कांग्रेस) बीजेपी द्वारा की जा रही खरीद फरोख्त के प्रयास से अवगत हैं। हमारे विधायकों ने भी स्वीकार किया कि बीजेपी द्वारा उनसे संपर्क किया जा रहा है।”
उन्होंने आरोप लगाया, “बीजेपी विधायकों को खरीदकर जनता दल सेक्युलर (जद-एस) व कांग्रेस की गठबंधन सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रही है।” शिवकुमार ने हालांकि उन विधायकों का नाम नहीं लिया, जिनसे बीजेपी ने संपर्क किया है। वहीं, नई दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए बीजेपी की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष बी.एस. येदियुरप्पा ने विधायकों की खरीद-फरोख्त के कांग्रेस के आरोपों को बेतुका करार दिया।
येदियुरप्पा ने नई दिल्ली में संवाददाताओं को बताया, “खरीद-फरोख्त के ये आरोप केवल अफवाह हैं और इनमें कोई सच्चाई नहीं है।” दक्षिणी राज्य के बीजेपी सांसद और विधायक अप्रैल-मई में आगामी लोकसभा चुनाव से पहले अपने नेतृत्व से मिलने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में हैं।
आपको बता दें कि राज्य में किसी भी दल के पास पूर्ण बहुमत नहीं है। 225 सदस्यीय विधानसभा में अध्यक्ष सहित कांग्रेस के 80 विधायक हैं जबकि 37 विधायक जद-एस के हैं। विधानसभा में बीजेपी के 104 विधायक हैं। कर्नाटक विधानसभा में बहुमत के लिए 113 विधायकों का समर्थन होना जरूरी है।