उत्तर प्रदेश के सैफई गांव में स्थित उत्तर प्रदेश यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज में रैगिंग का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसके जानकर आप भी चौंक जाएंगे। इस मेडिकल यूनिवर्सिटी में सीनियर छात्रों ने प्रथम वर्ष के 150 मेडिकल छात्रों के सिर मुंडवा दिए। इतना ही नहीं जब वे अपनी क्लास में आते हैं तो उन्हें सिर झुकाकर चलना होता है। साथ ही वरिष्ठ विद्यार्थियों को सैल्यूट करने के लिए भी मजबूर किया जाता है।
इसका वीडियो भी सामने आया है, जो अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। वहीं, इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद मेडिकल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ राजकुमार ने कहा कि पूरे मामले की जांच कराई जाएगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए यूनिवर्सिटी के कुलपति (वाइस चांसलर) डॉ राज कुमार ने दावा किया कि संस्थान ने स्पेशल स्क्वाड गठित किए हुए हैं, जो ‘रैगिंग की घटनाओं पर रोक लगाते रहे’ हैं और संस्थान इसी तरह की घटनाओं के लिए विद्यार्थियों को निलंबित भी करता रहा है।
उन्होंने कहा, “हम इस तरह की घटनाओं पर कड़ी नज़र रखते हैं, और हमारे यहां विद्यार्थियों के इस तरह के मामलों के लिए अलग से एक डीन (सोशल वेलफेयर) भी हैं, और शिकायतों का निपटारा करने के लिए एक एन्टी-रैगिंग कमेटी भी है… हमारे पास एक स्पेशल स्क्वाड भी है, जो रैगिंग की रोकथाम के लिए यूनिवर्सिटी में हर जगह का दौरा करता है… विद्यार्थी इस एन्टी-रैगिंग कमेटी या अपने वॉर्डनों से भी शिकायत कर सकते हैं…”
कुलपति ने इस मामले में कार्रवाई किए जाने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा, “इसमें जो भी शामिल होंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। हमने पहले भी विद्यार्थियों को निलंबित किया है, मैं जूनियरों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि उन्हें चिंता करने की कोई ज़रूरत नहीं है।”
बता दें कि, सैफई गांव उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्रियों मुलायम सिंह यादव तथा उनके पुत्र अखिलेश यादव का घर है। समाजवादी पार्टी के पूर्व अध्यक्ष मुलायम तथा मौजूदा अध्यक्ष अखिलेश यादव के परिवार के लोग अब भी इस गांव में बसे हुए हैं। इस यूनिवर्सिटी की स्थापना मुलायम सिंह यादव के मुख्यमंत्रित्व काल के दौरान ही हुई थी।
गौरतलब है कि, देश की सबसे बड़ी अदालत ने कई बार अपने आदेशों में सख्ती से रैगिंग पर रोक लगाने को कहा है। रैगिंग के खिलाफ कानून भी सरकार ने बना रखे हैं। इसके बावजूद सैफई में गुंडागर्दी अराजकता और इस तरह से छात्रों को अपमानित करके रैगिंग किए जाने का यह मामला सामने आया है।