राजस्थान के बाड़मेर में राम कथा के दौरान पंडाल गिरने से 14 लोगों की मौत, प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री ने जताया दुख

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राजस्थान के बाड़मेर जिले के एक गांव में रविवार को आयोजित रामकथा समारोह के दौरान तेज बारिश और आंधी की वजह से पंडाल गिर गया, जिसमें कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई। इस बड़े हादसे में 20 से अधिक लोगों के घायल होने की भी खबर है। घायलों को पास के नाहटा अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि तूफान इतना तेज था कि लोगों को संभलने का भी मौका नहीं मिला। यह हादसा बालोतरा के जसोल कस्बे में हुआ।

Photo: Baskar.com

इस हादसे के पीछे आयोजक की लापरवाही और अन्य कारणों की पुलिस द्वारा जांच की जा रही है। फिलहाल इस मामले में अभी तक किसी के गिरफ्तार होने की खबर नही है। बताया जा रहा है कि जसोल गांव में राम कथा चल रही थी, उसी दौरान आंधी-तूफान आने के कारण आयोजन स्थल पर पंडाल गिर गया। चश्मदीदों के मुताबिक, हादसे के बाद आयोजन स्थल पर अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोगों ने कई घायलों को निजी वाहनों से अस्पताल पहुंचाया।

स्थानीय मीडिया रिपोर्ट में यह भी कहा जा रहा है कि बारिश के दौरान पंडाल गिरने से करंट दौड़ गया, जिससे लोगों की जान चली गई। हालांकि, आधिकारिक तौर पर अभी इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी है। हादसे की सूचना मिलते ही स्‍थानीय प्रशासन घटनास्‍थल पर पहुंच कर राहत-बचाव कार्य शुरू कर दिया है। प्रशासन ने सभी डॉक्टर्स और मेडिकल कर्मचारियों को तत्काल अस्पताल पहुंचने के निर्देश दिए हैं।

प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री ने जताया दुख

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत ने इस हादसे पर दुख जताया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर गहरा दुख जताते हुए कहा, ‘बाड़मेर में पंडाल गिरना दुर्भाग्यपूर्ण है। शोक संतप्त परिवारों से मेरी संवेदना है और मैं घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करता हूं।’

वहीं, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट किया, “जसोल,बाड़मेर में राम कथा के दौरान टेंट गिरने से हुए हादसे में बड़ी संख्या में लोगों की जान जाने की जानकारी अत्यंत दुखद, दुर्भाग्यपूर्ण है। ईश्वर से दिवंगतों की आत्मा को शांति प्रदान करने, शोकाकुल परिजनों को सम्बल देने की प्रार्थना है। घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं ”

इसके अलावा मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, “स्थानीय प्रशासन द्वारा राहत एवं बचाव का कार्य किया जा रहा है। सम्बंधित अधिकारियों को हादसे की जांच करने, घायलों का शीघ्र उपचार सुनिश्चित करने तथा प्रभावितों एवं उनके परिजनों को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।”

 

 

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