संसद के मानसून सत्र के दौरान लगातार हंगामा हो रहा है। पेगासस जासूसी मामला और कुछ अन्य मुदों को लेकर कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण बुधवार को लोकसभा की कार्यवाही कई बार स्थगित हुई। लोकसभा में कांग्रेस सांसदों ने जमकर हंगामा किया और पर्चे फाड़कर लहराए।
विपक्ष ने पेगासस जासूसी कांड पर चर्चा से सरकार पर भागने का आरोप लगाया। दूसरी ओर, सत्तापक्ष ने सदन की मर्यादा तार-तार करने का आरोप विपक्ष पर लगाया। लोकसभा में बुधवार को हंगामा करने वाले विपक्ष के 10 सांसदों को निलंबित किया जा सकता है, सरकार इस बारे में प्रस्ताव रखेगी। वहीं, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने इसे लोकतंत्र को शर्मसार करने वाली घटना बताया।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सदन में हंगामा करने और लोकसभा अध्यक्ष की कुर्सी और ट्रेजरी बेंच पर कागज फाड़ कर फेंकने वाले विपक्ष के 10 सांसद निलंबित हो सकते है। सरकार इन सभी सांसदों के खिलाफ प्रस्ताव लाएंगी। सूत्र के अनुसार, मानिक टैगोर, डीन कुरियाकोस, हिबी ईडन, एस ज्योइमणि, रवनीत बिट्टू, गुरजीत औजला, टीएन प्रतापन, वी वैथीलिंगम, सप्तगिरी शंकर, एएम आरिफ, दीपक बैज को नियम 374 (2) के तहत निलंबित किए जा सकते हैं।
बुधवार को संसद के दोनों सदनों में सत्र की शुरुआत से ही विपक्षी सदस्यों ने पैगसस, किसान आंदोलन समेत कई मुद्दों पर चर्चा को लेकर हंगामा किया है। लोकसभा में विपक्ष के सांसदों ने खेला होबे के नारे लगाए और पर्चे फेंके गए।
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने लोकसभा में हुए हंगामे पर मीडिया से बातचीत में कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के सांसदों पर सदन की मयार्दा तोड़ने का आरोप लगाया । उन्होंने कहा, विपक्ष की ओर से कभी स्पीकर पर, कभी मंत्रियों पर कागज फेंकना, अब तो प्रेस गैलरी तक कागज फेंके जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले ही कहा था कि सरकार हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है। आखिर विपक्ष चर्चा से क्यों भाग रहा है?