“वन रैंक, वन पेंशन”: अब तक 4 पूर्व सैनिक अस्पताल में भर्ती  

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‘वन रैंक, वन पेंशन, की मांग को लेकर अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल पर बैठे एक और पूर्व सैनिक, हवलदार अभिलेख सिंह की हालत बिगड़ने लगी जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।

कल शुक्रवार के दिन वर्ष 1965, भारत-पाकिस्तान युद्ध विजय दिवस की 50वीं वर्षगांठ थी, जिसे प्रत्येक वर्ष उत्सव के रूप में मनाया जाता रहा है। ऐसा पहली बार हुआ कि पूर्व सैनिकों ने विजय दिवस मनाने से इंकार किया।

गुरूवार के दिन रक्षा मंत्री मनोहर पर्रीकर ने बयान दिया था कि सही समय आने पर प्रधानमंत्री मोदी ‘वन रैंक, वन पेंशन’ की घोषणा करेंगे, जिसके बाद अनशन कर रहे पूर्व सैनिकों ने कल गृह मंत्री से मुलाक़ात भी की। सूत्रों के मुताबिक सरकार सैनिकों के दबाव के समक्ष झुकी हुई नजर नहीं आना चाहती।

15 अगस्त के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के व्यक्तव्य में वन रैंक वन पेंशन की घोषणा ना होने के कारण पूर्व सैनिक केंद्र सरकार से नाराज़ हैं। ‘वन रैंक, वन पेंशन’ की मांग को लेकर जंतर-मंतर पर प्रतिदिन पूर्व सैनिकों की संख्या बढ़ती जा रही जो केंद्र सरकार के लिए चिंता का विषय है।

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