यमन की राजधानी सना में शनिवार को सऊदी अरब के नेतृत्व में अरब गठबंधन की ओर से जो हवाई हमले किए गए उसमें 30 नागरिकों की मौत हो गई। य़ही नहीं, समाचार एजेंसी ज़िन्हुआ के अनुसार इन हवाई हमलों में कई घर, दुकानें और सार्वजनिक संपत्तियां भी नष्ट हो गईं।
एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी ने बताय़ा,”प्रारंभिक रपट दर्शाती है कि लगातार हुए हवाई हमलों में 30 से अधिक लोगों की जान गई, जिनमें अधिकांश महिलाएं और बच्चे हैं।”
अधिकारी ने कहा कि अस्पतालों में चिकित्सा उपकरणों की कमी के कारण मरने वालों की संख्या और भी बढ़ सकती है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि 26 मार्च को शुरू हुए हवाई हमलों में य़ह हमला सबसे बड़ा और घातक रहा।
यमन के हौती नियंत्रित स्वास्थ्य मंत्रालय ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय और राहत संगठनों से सना में अस्पतालों को जल्द ही सहायता मुहय्य़ा कराने के लिए कहा है, क्य़ोंकि घायलों की संख्या लगातार बढ़ रही है और अस्पताल प्रशासन में चिकित्सा उपकरणों एवं दवाओं की कमी है।
सना के उत्तरी इलाके में हुई बमबारी से देश के आंतरिक मंत्रालय की इमारतों को भी क्षति पहुंची है।
सऊदिय़ा के नेतृत्व वाले गठबंधन ने कहा कि उनके हस्तक्षेप का उद्देश्य देश में यमन के राष्ट्रपति अब्द-रब्बु मंसूर हादी की सत्ता बहाल करना है, जिन्हें ईरान समर्थित शिया हौती विद्रोहियों के कारण भागकर सऊदी अरब की राजधानी रियाद में शरण लेनी पड़ी है।
हौती विद्रोहियों ने सितंबर 2014 से ही यमन के अधिकांश हिस्सों पर कब्जा कर रखा है।