बिहार चुनाव में मुस्लिम नेता असदुद्दीन ओवैसी की इंट्री पर जनता दल युनाइटेड के महासचिव केसी त्यागी ने निशाना साधा है। त्यागी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा ने औवैसी को बिहार में सत्तारूढ़ गठबंधन को नुकसान पहुंचाने का कार्य दिया है। त्यागी ने कहा कि ओवैसी बिहार में वोट कटवाने की भूमिका में आए हैं।
त्यागी ने शुक्रवार को संवाददाताओं से कहा कि ओवैसी को सीमांचल क्षेत्रों में भाजपा की सहायता के लिए भेजा गया है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि ओवैसी के सीमांचल क्षेत्रों में चुनाव लड़ने से महागठबंधन को कोई नुकसान नहीं होगा।
उन्होंने कहा, “ओवैसी को मुसलमानों से कोई मतलब नहीं है। वह कभी मुसलमानों के हितैषी नहीं हो सकते। वह सिर्फ भाजपा को फायदा पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं, इसलिए सीमांचल क्षेत्र में चुनाव लड़ना चाहते हैं।”
त्यागी ने कहा कि भाजपा अपने फायदे के लिए बिहार के चुनाव को पेचीदा बनाने की तैयारी में है।
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा, “प्रधानमंत्री मोदी और ओवैसी की मुलाकात का राज क्या है और मुलाकात में क्या बात हुई? यह दोनों को बताना चाहिए। मैं प्रधानमंत्री को सुझाव देना चाहता हूं कि वह अपने पद की गरिमा को बनाए रखने के लिए ऐसे कार्य न करें।”
इससे पहले महागठबंधन से मुलायम सिंह यादव की समाजवादी पार्टी ने भी अलग चुनाव लड़ने का फैसला लिया था। अब कयाश ये भी लगाए जा रहे हैं कि बिहार चुनाव में मुलायम सिंह की पार्टी सपा, एनसीपी और पीए संगमा की पार्टी एनपीपी के साथ मिलकर एक अलग थर्ड फ्रंट बना कर चुनाव लड़ेगी।