प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार दो बार टलने के बाद आखिरकार अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी का शुक्रवार को दौरा किया। आज उन्होंने सबसे पहले रिक्शेवालों के कार्यक्रम में हिस्सा लिया जहां उन्होंने 101 ई-रिक्शा बांटा। इसके अलावा वे 501 साइकिल रिक्शा भी बांटे।
रिक्शा चालकों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, काशी कैसी है। बाहर से आने वाले का पहला परिचय यहां के रिक्शेवाले से होता है। इसीलिए रिक्शाचालकों को बदलने की शुरुआत की। ई-रिक्शा से काशी का भाग्य बदलेगा और दो साल में पैसे चुका कर वे रिक्शा के मालिक बन जाएंगे।
मोदी ने कहा कि यह दौरा बनारस का भाग्य बदल देगा। आज अगर जो मजदूरी कर रहा है उसको हुनर सिखा दिया जाए तो उसका भाग्य बदल जाएगा। वह देश की अर्थ नीति को भी बल देता है। तकनीक से गरीबों का जीवन बदलने की कोशिश कर रहा हूं। मैं किसी सरकार, पार्टी या दल को दोष नहीं देना चाहता हूं लेकिन कुछ अच्छा करने के लिए गरीबों के कल्याण करने के लिए मूलभूत बातों पर फोकस करना चाहता हूं। ताकि गरीब जो मेहनत करने को तैयार है उसका कल्याण किया जा सके।
साथ ही उन्होंने कहा कि सभी से आग्रह करता हूं मुझ पर नाराजगी जतानी है तो जता लेना लेकिन बच्चों की पढ़ाई कभी मत रोकना। गरीबी से पार पाना है तो पढ़ाई से मुंह नहीं मोड़ना।
लेकिन इन सबके बीच पीएम नरेंद्र मोदी के आगमन पर शुक्रवार को शहर की सड़कों पर फोर्स का जमावड़ा रहा। सड़कों पर फोर्स का जमावड़ा कहीं न कहीं आम जनता को असहज कर रहा था। सुबह के वक्त नौकरीपेशा लोगों के अलावा कम ही भीड़ नजर आई। चायपान की दुकानें पुलिस ने बंद करा दी थीं सो अड़ीबाजों का ठीहा भी नदारद था। शहर के तमाम स्कूलों ने भी पहले ही अवकाश घोषित कर रखा था।