कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाए जाने की मांग को लेकर एक बार फिर पार्टी में हलचल देखने को मिल रही है। इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा है कि पार्टी का अध्यक्ष बनाए जाने के बाद भी वरिष्ठ नेताओं की पार्टी में भूमिका बरकरार रहेगी।
दिग्विजय ने कहा कि कांग्रेस भाजपा द्वारा अपनाए गए ऐसे ‘मार्गदर्शक मंडल’ के विचार को कभी नहीं अपनाएगी जिसके तहत वरिष्ठ नेताओं को मार्गदर्शक की भूमिका सौंप कर एक तरह से पार्टी में किनारे लगा दिया गया है।
सिंह ने कहा, “राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने के मुद्दे पर फैसला कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस कार्यसमिति को करना है और इसके बारे में मैं कोई पूर्वानुमान नहीं लगा सकता।’’
कांग्रेस महासचिव ने कहा, ‘‘हां, जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं के बीच यह भावना आम है लेकिन यह फैसला कब लिया जा सकता है, यह तो कांग्रेस अध्यक्ष ही बता सकती हैं।’’
दरअसल पार्टी के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने टिप्पणी की थी कि ‘‘राहुल द्वारा कमान संभाले जाने के बाद 60 साल से ज्यादा उम्र के नेताओं की भूमिका सलाहाकार की ही रहेगी।’’
इस पर उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता कि जयराम रमेश ने क्या कहा है। साथ ही बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस निश्चित रूप से आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी की तरह वरिष्ठ नेताओं को सलाहकार मंडल में नहीं भेजेगी।