नई दिल्ली। पटना में प्रकाश पर्व पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार में शराबबंदी को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जमकर तारीफ की थी। इस दौरान पीएम ने नीतीश की पीठ ठोकते हुए सभी से इस कदम को पूरी तरह सफल बनाने की अपील भी की। वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पीएम नरेंद्र मोदी से कहा कि प्रधानमंत्री हिम्मत करें और देशभर में शराबबंदी लागू करें।
इस दौरान नीतीश ने पीएम को सलाह देते हुए कहा था कि अगर, इसमें कठिनाई है तो कम-से-कम भाजपा शासित राज्यों में लागू करें, ताकि देश में एक संकेत जाए। लेकिन ऐसा लग रहा है कि नीतीश कुमार की गुजारिश को पीएम ने गंभीरता से नहीं लिया, क्योंकि बीजेपी शासित राज्य छत्तीसगढ़ में शराब दुकानों का संचालन अब रमन सरकार खुद करेगी।
हालांकि, गुजरात और बिहार की तर्ज पर छत्तीसगढ़ में भी शराबबंदी की मांग उठती रही है, लेकिन इसके उलट वहां की सरकार ने अब खुद शराब बेचने का निर्णय किया है। इस सिलसिले में रमन सरकार ने पिछले महीने 24 जनवरी को मंत्रिमंडल की बैठक कर आबकारी नियम में संशोधन के लिए अध्यादेश को मंजूरी दे दी।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने अपने एक आदेश में नेशनल हाइवे के 500 मीटर के दायरे में शराब की दुकानों पर रोक लगा दी है। ऐसे में अब शराब ठेकेदार ऐसी 411 दुकानें चलाने के इच्छुक नहीं है। इसके बाद घाटे से बचने के लिए सरकार ने खुद दुकानें चलाने का यय फैसला किया है।
अध्यादेश के मुताबिक, देसी और विदेशी शराब दुकानों से मिलने वाले राजस्व को सुरक्षित रखने और राज्य के लोगों की सेहत के ख्याल से देसी और विदेशी शराब की फुटकर बिक्री का अधिकार अब एक नए सरकारी उपक्रम को दिया जाएगा। साथ ही इस संबंध में सरकार ने एक कॉर्पोरेशन का भी गठन किया है, जो इस पूरे मामले की देखरेख करेगी।