नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने बुधवार(8 फरवरी) को मध्य प्रदेश के बैतूल के जिला जेल जाकर पूर्व आरएसएस प्रमुख गुरु गोलवलकर को श्रद्धांजलि अर्पित की। भागवत यहां हिन्दू सम्मेलन के एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे थे।
हालांकि, भागवत के बैतूल जेल में आयोजित होने वाले एक समारोह में शामिल होने पर विवाद खड़ा हो गया है। कांग्रेस ने भागवत के बैतूल जेल यात्रा पर आपत्ति जताते हुए कहा कि संघ प्रमुख किसी संवैधानिक पद पर नही हैं, इसलिए उन्हें जेल के भीतर आयोजित होने वाले कार्यक्रम के लिए प्रवेश देना जेल मैन्युअल का उल्लंघन है। कांग्रेस का आरोप है कि गोलवलकर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या से जुड़े मामले में गिरफ्तार किया गया था, अब मध्यप्रदेश सरकार उनको महिमामंडित कर रही है।
भागवत बुधवार सुबह सबसे पहले जिला जेल पहुंचे और बैरक क्रमांक 1 में गए, जहां गोलवलकर को विचाराधीन बंदी के रूप में रखा गया था। वहां, उन्होंने गोलवलकर के विशाल चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। और कुछ देर उस कक्ष में रहे। संघ द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, पूर्व संघ प्रमुख माधव सदाशिवराव गोलवलकर 13 फरवरी 1949 से 13 जुलाई 1949 तक बैतूल जेल में बंद रहे थे।