शिवसेना ने अपने ताज़ा हमले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नोटबंदी के बाद से देश को हिरोशिमा नागासाकी करार दिया है।
शिवसेना ने मुखपत्र सामना में लिखा है, “नोटबंदी का बम फोड़ कर मोदी ने देश को हिरोशिमा नागासाकी में बदल दिया है। उद्योग जगत के एसोचैम नामक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा, नोटबंदी के बाद से अब तक देश में 40 लाख लोगों की नौकरियां चली गईं तथा आगे कई और लोगों को नौकरी गंवानी पड़ सकती है। मोदी किसी की भी बात सुनने की स्थति में नहीं है। उन्होंने आरबीआई गवर्नर की भी नहीं सुनी।”
आरबीई गर्वनर पर निशाना साधते हुए कहा, “मंत्रीमंडल मे जिस तरह गूंगे-बहरे तोते बिठाए गए हैं, आरबीआई में भी उसी तरह का गवर्नर नियुक्त कर देश की अर्थव्यवस्था को अस्त-वस्त कर दिया है।”
मोदी अगर सचमुच शरद पवार से सलाह ले रहे होते, तो पवार भी सलाह देते कि जिला सहकारी बैंको को अपराधी ठहराकर किसानो की अर्थी मत बांधो, क्योंकि सहकारी क्षेत्र महाराष्ट्र की ग्रामीण अर्थव्यवस्था की आत्मा है।