राजस्थान के अलवर जिले में एक दलित युवक को कुछ लोगों ने मंदिर में नाक रगड़ने को मजबूर किया तथा उसके साथ मारपीट भी की। वहीं, पुलिस ने इस मामले में सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

समाचार एजेंसी पीटीआई (भाषा) की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने बुधवार को कहा कि आरोप है कि ‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म की आलोचना संबंधी अपनी एक टिप्पणी के जवाब में राजेश कुमार मेघवाल ने हिंदू देवताओं के संबंध में कथित तौर पर कोई टिप्पणी कर दी जिसको लेकर कुछ लोगों ने उसके साथ मारपीट की और उसे माफी मांगते हुए मंदिर में नाक रगड़ने को मजबूर किया गया। घटना सोमवार की बहरोड़ थाना क्षेत्र की है जिसका वीडियो भी वायरल हुआ। मेघवाल एक निजी बैंक में काम करता है।
बहरोड़ के वृत्ताधिकारी आनंद कुमार ने बताया कि राजेश कुमार ने दो तीन दिन पहले फेसबुक पर उक्त फिल्म की आलोचना की थी। उसने फिल्म के खिलाफ एक पोस्ट लिखी जिसको लेकर आलोचनात्मक टिप्पणियां की गईं। फिल्म पर पोस्ट में युवक ने सवाल किया कि क्या अत्याचार सिर्फ पंडितों के साथ हुआ है दलितों के साथ नहीं। उसने लिखा कि गरीबों पर रोज अत्याचार हो रहे हैं और उनकी सुरक्षा के नाम पर कुछ भी नहीं है।
फिल्म पर मेघवाल की पोस्ट के जवाब में कुछ लोगों ने जय श्री राम और जय श्री कृष्ण लिखा। इन टिप्पणियों पर उसने कथित तौर देवताओं के लिए कुछ कुछ अपमानजनक टिप्पणियां की। हालांकि उसने बाद में राम और कृष्ण पर टिप्पणी करने के लिए सोशल मीडिया पर दसने माफी मांगी लेकिन कुछ स्थानीय लोगों ने उसे एक मंदिर में माफी मांगने के लिए मजबूर किया। कल उसे मंदिर ले जाया गया जहां उसने माफी मांगी।
अधिकारी ने कहा, “वहां मौजूद कुछ लोगों ने उसे मंदिर में नाक रगड़ने के लिए मजबूर किया।” उन्होंने बताया कि बहरोड़ थाने में बीती रात 11 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है और उनमें से सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। वे अजय कुमार शर्मा, संजीत कुमार, हेमंत शर्मा, परविंदर कुमार, रामावतार सिंह, नितिन जांगिड़ एवं दयाराम हैं।
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