अपनी बेबाकी के लिए पहचानी जाने वाली बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने पहले पन्ने के विज्ञापन में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विभाजनकारी एजेंडे को अंजाम देकर इस्लामोफोबिया को बढ़ावा देने के लिए इंडियन एक्सप्रेस पर निशाना साधा है। लोकप्रिय भारतीय अखबार को सोशल मीडिया पर भी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा रहा है।बता दें कि, इस समाचार पत्र ने कभी पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए ज़ी न्यूज़ के एंकर सुधीर चौधरी को “रामनाथ गोयनका” पुरस्कार के सम्मानित किया था।
दरअसल, उत्तर प्रदेश सरकार ने इंडियन एक्सप्रेस के एक फ्रंट-पेज पर विज्ञापन दिया था, जिसमें योगी आदित्यनाथ के राज्य के मुख्यमंत्री बनने से पहले एक मुस्लिम व्यक्ति को हिंसक दंगाइयों के रूप में दिखाया गया था, लेकिन अब भाजपा के सत्ता में आने के बाद वह माफी मांग रहा था।
विज्ञापन के कैप्शन में लिखा है, ‘ फर्क साफ है। 2017 से पहले दंगाइयों का खौफ। 2017 के बाद मांग रहे हैं माफी।”
विज्ञापन को ‘बीमार’ बताते हुए, स्वरा भास्कर ने लिखा, “बीमार इंडियन एक्सप्रेस, क्या यह आपकी “साहस की पत्रकारिता” है?! #StopAdvertisingHate।”
SICKENING @IndianExpress
Is this your “journalism of courage” ?!
???????????????? #StopAdvertisingHate https://t.co/mt8ucXDNzZ— Swara Bhasker (@ReallySwara) December 31, 2021
अखबार के प्रधान संपादक राज कमल झा को टैग करते हुए कार्यकर्ता कविता कृष्णन ने ट्वीट किया, “प्रिय राज कमल झा- इसे ध्यान से देखें। इंडियन एक्सप्रेस का फ्रंट पेज यूपी सरकार द्वारा एक विशाल इस्लामोफोबिक विज्ञापन के साथ जगह का गौरव प्राप्त कर रहा है। आप यह ढोंग नहीं कर सकते कि यह केवल एक व्यावसायिक निर्णय है- यह विज्ञापन संपादकीय करता है और अखबार को फासीवाद बनाता बनाता है। देखने के लिए द्रुतशीतन।”
Dear @rajkamaljha – take a close look at this @IndianExpress front page with a huge Islamophobic ad by the UP Govt enjoying pride of place. You can’t pretend that this is a mere commercial decision – this ad editorialises, & makes the paper a vehicle for fascism. Chilling to see. pic.twitter.com/HEARJG8wGM
— Kavita Krishnan (@kavita_krishnan) December 31, 2021
इसी तरह तमाम यूजर्स ने भी इसी तरह की कड़ी प्रतिक्रियाएं दी है। कई यूजर्स ने तो भविष्य में इस अखबार को कभी नहीं खरीदने की कसम तक खाई है। अखबार के मुख्य संपादक राज कमल झा ने कार्यकर्ताओं की आलोचना को नज़रअंदाज़ किया है।
बता दें कि, अखबार ने 2015 में प्रसिद्ध इस्लामोफोब ज़ी न्यूज़ के एंकर सुधीर चौधरी को रामनाथ गोयनका एक्सीलेंस इन जर्नलिज्म अवार्ड से सम्मानित किया था।
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