उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022: BJP सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने यूपी में राष्ट्रपति शासन और चुनाव स्थगित करने के दिए संकेत

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अपनी टिप्‍पणियों को लेकर अक्‍सर सुखिर्यों में रहने वाले केन्द्र में सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी ने अगले साल फरवरी में होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को स्थगित करने का संकेत दिया है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी भविष्यवाणी की कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा सकती है। भाजपा के मुखर नेता के मुताबिक विधानसभा चुनाव अगले साल सितंबर तक के लिए टाले जा सकते हैं।

फाइल फोटो

स्वामी ने शुक्रवार को ट्विटर पर लिखा, “ओमिक्रोन के लिए लॉकडाउन और उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन के तहत सितंबर तक यूपी चुनाव स्थगित करने से आश्चर्यचकित न हों। जो इस साल की शुरुआत में सीधे नहीं किया जा सकता था, वह अगले साल की शुरुआत में परोक्ष रूप से किया जा सकता है।”

बता दें कि, स्वामी की यह भविष्यवाणी इलाहाबाद हाई कोर्ट के एक न्यायाधीश द्वारा नरेंद्र मोदी और चुनाव आयोग से अगले साल के चुनावों को रोकने पर विचार करने के लिए कहा है। न्यायमूर्ति शेखर यादव की खंडपीठ ने भारत के चुनाव आयोग से राजनीतिक दलों को चुनावी रैलियों के आयोजन से रोकने का भी आग्रह किया। साथ ही कहा कि यदि संभव हो तो विधानसभा चुनाव को 1-2 महीने के लिए स्थगित कर दिया जाएं।

हाई कोर्ट के न्यायाधीश ने मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा, “हमारे देश के माननीय प्रधानमंत्री जिन्होंने भारत जैसे विशाल जनसंख्या वाले देश में कोरोना मुक्त टीकाकरण का जो अभियान चलाया है वह सराहनीय है और अदालत इसकी प्रशंसा करती है और माननीय प्रधानमंत्री से अनुरोध करती है कि इस भवायह महामारी की स्थिति को देखते हुए कड़े कदम उठाते हुए रैली, सभाएं एंव होने वाले चुनाव को रोकने एव टालने के बारे में विचार करें, क्योंकि जान है तो जहान है।”

उत्तर प्रदेश कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर के दौरान सबसे ज्यादा प्रभावित भारतीय राज्यों में से एक था, जहां लाखों लोगों की जान चली गई थी। आदित्यनाथ सरकार द्वारा महामारी से निपटने में असमर्थता के लिए भाजपा को मतदाताओं के काफी गुस्से का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, अयोध्या में राम मंदिर निर्माण में भूमि घोटाले के आरोपों का सामना करने के बाद भगवा पार्टी एक और संकट की चपेट में आ गई है।

पार्टी के कई नेताओं का मानना ​​है कि ओमिक्रॉन वायरस से उत्पन्न खतरे की आड़ में चुनाव स्थगित करने से पार्टी को नाराज मतदाताओं को शांत करने में मदद मिल सकती है। बता दें कि, पीएम मोदी ने पश्चिम बंगाल में तब भी बड़ी चुनावी रैलियां करना जारी रखा था, जब महामारी की दूसरी लहर के दौरान हजारों लोग मारे गए थे।

गौरतलब है कि, उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में सियासी घमासान मचा हुआ है।यूपी चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे सियासी पारा चढ़ता जा रहा है। लगभग सभी राजनीतिक पार्टियां बैनर-पोस्टर के जरिए मतदाताओं को लुभाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहीं। चुनाव को नजदीक आते देख भाजपा, कांग्रेस समेत लगभग सभी राजनीतिक पार्टियों के दिग्गज नेता यूपी में चुनाव प्रचार कर रहे हैं।

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