सोशल मीडिया प्लेटफार्म ट्विटर के सह-संस्थापक और सीईओ जैक डोर्सी ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया और भारतीय मूल के पराग अग्रवाल को को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया। ब्लूमबर्ग वेबसाइट के अनुसार डोर्सी सोशल मीडिया कंपनी के बोर्ड में तब तक बने रहेंगे जब तक कि उनका कार्यकाल 2022 में समाप्त नहीं हो जाता।
ट्विटर पर अपना बयान साझा करते हुए डोर्सी ने लिखा, “मैंने ट्विटर छोड़ने का फैसला किया है क्योंकि मेरा मानना है कि कंपनी अपने संस्थापकों से आगे बढ़ने के लिए तैयार है।”
अपने उत्तराधिकारी के बारे में उन्होंने लिखा, “ट्विटर के सीईओ के रूप में पराग में मेरा विश्वास गहरा है। पिछले 10 वर्षों में उनका काम परिवर्तनकारी रहा है। मैं उनके कौशल और दिल और जान लगाकार काम करने के जज़्बे बहुत आभारी हूं। यह उनका नेतृत्व करने का समय है।”
डोर्सी ने इस से पहले 2008 में ट्विटर के सीईओ के पद से इस्तीफा दे दिया था लेकिन फिर से वो इस पद पर 2015 में लौट आये थे।
पराग अग्रवाल कौन हैं?
अग्रवाल 2011 में ट्विटर से जुड़े और 2017 में उनकी पदोन्नति हो गयी और उन्हें सीटीओ का पद दिया गया। तब से वो इसी पद पर कार्यरत थे।
not sure anyone has heard but,
I resigned from Twitter pic.twitter.com/G5tUkSSxkl
— jack⚡️ (@jack) November 29, 2021
अग्रवाल आईआईटी बॉम्बे के पूर्व छात्र हैं जहां उन्होंने कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग में बीटेक की पढ़ाई पूरी की। उन्होंने अमेरिका की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से पीएचडी की डिग्री हासिल की।
ट्विटर का सीईओ बनने पर अग्रवाल ने लिखा, “@jack और हमारी पूरी टीम के लिए गहरा आभार, और भविष्य के लिए इतना ही उत्साह। ये रहा वह नोट जो मैंने कंपनी को भेजा था। आपके विश्वास और समर्थन के लिए आप सभी का धन्यवाद।”
अग्रवाल इस से पहले अमरीकी कंपनियां माइक्रोसॉफ्ट, AT&T और याहू केलिए भी काम कर चुके हैं।
किसी बहुरास्ट्रीय कंपनी के सीईओ बनने वाले अग्रवाल पहले भारतीय नहीं हैं। सुन्दर पिचाई और सत्य नडेला गूगल और माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ के तौर पर कार्यरत हैं।
अग्रवाल के ट्विटर का सीईओ बनने से विश्व में भारतीय प्रतिभा का एक मर्तबा फिर से डंका बजा है।