किसानों के धरना स्थल टिकरी बॉर्डर के बाद अब गाजीपुर बॉर्डर के पास लगे बैरिकेडिंग को भी दिल्ली पुलिस ने हटा दिया है। बैरिकेड हटने के बाद आम लोगों को राहत मिलने की उम्मीद है। यहां पर हजारों की संख्या में किसान केंद्र सराकर के तीन कृषि कानूनों के विरोध में 11 महीने से प्रदर्शन कर रहे हैं। पुलिस अधिकारी का कहना है कि, सरकार की तरफ से आदेश है इसलिए हम बैरिकेडिंग हटाकर रास्ता खोल रहे हैं।
फिलहाल सिर्फ बैरिकेड हटे रहे हैं, प्रदर्शनकारी किसान अभी वहीं डटे हैं। गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिस ने सबसे पहले कंटीले तार और फिर उसके बाद बैरिकेड हटाए। गुरुवार को खबर आई थी कि टिकरी बॉर्डर पर लगाए गए अवरोधक को हटाया जा रहा है जबकि शुक्रवार को जानकारी मिली कि गाजीपुर बॉर्डर पर भी पुलिस बैरिकेड हटा रही है। टिकरी बॉर्डर पर एक तरफ का रास्ता खुल गया है।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, एक पुलिस अधिकारी ने बताया, “सरकार की तरफ से आदेश है इसलिए हम बैरिकेडिंग हटाकर रास्ता खोल रहे हैं।”
#WATCH | Police barricading being removed from Ghazipur (Delhi-Uttar Pradesh) border where a farmers' agitation against the three farm laws is ongoing. pic.twitter.com/0rLUZvIuMW
— ANI (@ANI) October 29, 2021
दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी दीपेंद्र पाठक ने समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए कहा कि, यह दिल्ली पुलिस की पहल है और हमने जो ब्लॉक रखा है उसे हम हटा रहे हैं। हम किसानों से अनुरोध करेंगे कि इस राजमार्ग को लोगों के लिए खोल दिया जाए। हम उम्मीद कर रहे हैं कि किसानों द्वारा हमारे इस कदम का बदला लिया जाएगा।
It's Delhi Police initiative & we're removing the block which we've placed. We'll request farmers so that this highway is opened for ppl.We're hoping our gesture will be reciprocated by farmers: Dependra Pathak, Delhi Police Special Commissioner, Law & Order at Ghazipur Border pic.twitter.com/Z04N5dlfkj
— ANI UP (@ANINewsUP) October 29, 2021
वहीं, बीकेयू नेता राकेश टिकैत ने कहा कि, पीएम ने कहा था कि किसान कहीं भी फसल बेच सकते हैं। अगर सड़कें खुली रहीं तो हम अपनी फसल बेचने के लिए संसद भी जाएंगे। पहले हमारे ट्रैक्टर दिल्ली जाएंगे। हमने रास्ता नहीं रोका है। सड़क जाम करना हमारे विरोध का हिस्सा नहीं।
PM had said that farmers can sell crops anywhere. If roads are open, we'll also go to Parliament to sell our crops. First, our tractors will go to Delhi. We haven't blocked the way. Blocking road is not part of our protest: Rakesh Tikait, BKU leader in Ghazipur pic.twitter.com/v9y0ER4uDK
— ANI UP (@ANINewsUP) October 29, 2021
बता दें कि, दिल्ली के बॉर्डर पर पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और अन्य जगहों के किसान केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर करीब 11 महीने से धरने पर बैठे हुए हैं।