उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद वरुण गांधी ने अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में भारी बारिश के कारण आई जबरदस्त बाढ़ को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार पर हमला करते हुए गुरुवार को कहा कि अगर आम आदमी को उसके हाल पर ही छोड़ दिया जाएगा तो फिर सरकार का क्या मतलब है।
वरुण गांधी ने कुछ तस्वारें शेयर करते हुए अपने ट्वीट में लिखा, “तराई का ज्यादातर इलाका बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित है। बाढ़ से प्रभावित लोगों को सूखा राशन उपलब्ध कराया है ताकि इस विभीषिका के खत्म होने तक कोई भी परिवार भूखा ना रहे। यह दुखद है कि जब आम आदमी को प्रशासनिक तंत्र की सबसे ज्यादा जरूरत होती है तभी उसे उसके हाल पर छोड़ दिया जाता है। जब सब कुछ अपने आप ही करना है तो फिर सरकार का क्या मतलब है।”
Much of the Terai is badly flooded. Donating dry rations by hand so that no family is hungry till this calamity ends. It’s painful that when the common man needs the system the most,he’s left to fend for himself.If every response is individual-led then what does ‘governance’ mean pic.twitter.com/P2wF7Tb431
— Varun Gandhi (@varungandhi80) October 21, 2021
वरुण का यह तीखा हमला एक दिन बाद आया है, जब उन्होंने आदित्यनाथ को पत्र लिखकर पीलीभीत में हालिया बाढ़ से फसलों को हुए नुकसान का जायजा लेने और प्रभावित किसानों के लिए पर्याप्त मुआवजे की घोषणा करने के लिए कहा था। भाजपा सांसद वरुण गांधी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर बाढ़ के कारण फसलों को हुए नुकसान का मुआवजा देने की मांग की थी।
गौरतलब है कि, उत्तर प्रदेश के पीलीभीत, लखीमपुर खीरी और बरेली जिलों में पिछले दिनों हुई भारी वर्षा से अनेक गांव टापू बन गए हैं और बड़ी संख्या में लोग बाढ़ से घिर गए हैं। पीलीभीत में शारदा और देवहा नदियां जबरदस्त उफान पर हैं और उनके किनारे बसे बड़ी संख्या में गांव बाढ़ के पानी से डूब गए हैं। पीलीभीत में शारदा नदी की बाढ़ के कारण फसे 500 से ज्यादा ग्रामीणों को बाहर निकालने के लिए प्रशासन ने बुधवार को सेना की मदद ली थी।
बता दें कि, इससे पहले भी वरुण गांधी बार-बार किसानों और स्थानीय नागरिकों के साथ खड़े दिखे। उन्होंने कई बार किसानों के हक में आवाज बुलंद करते हुए गन्ना समर्थन मूल्य बढ़ाने, किसानों की बात सुनने की अपील करते रहे हैं।
वरुण गांधी ने उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में चार किसानों की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है, जो कथित रूप से भाजपा नेताओं से जुड़ी कारों से कुचले गए थे। गांधी को हाल में भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से हटा दिया गया। इसे गांधी से पार्टी नेतृत्व की नाराजगी के रूप में देखा गया था।