उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ लगातार बढ़ते अपराध रुकने का नाम ही नहीं ले रही है, जिसका ताजा मामला एक बार फिर से देखने को मिला है। राजधानी लखनऊ में एक महिला कांस्टेबल से कथित तौर पर रेप के आरोप में एक सरकारी डॉक्टर को गिरफ्तार किया गया है।
फाइल फोटोसमाचार एजेंसी आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक, कृष्णा नगर इलाके में पीड़िता द्वारा कथित तौर पर डॉक्टर पर नशे में उसके साथ रेप करने का आरोप लगाने के बाद मंगलवार देर रात डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस रिपोर्ट्स के मुताबिक घटना 7 सितंबर की है, लेकिन मामला 23 सितंबर को दर्ज किया गया था।
आरोपी की पहचान आशीष कुमार सिंघिया के रूप में हुई है। आरोपी लखनऊ जेल में डॉक्टर है और वह बाल्दी खेड़ा मोहल्ले में क्लीनिक भी चलाता है। महिला कांस्टेबल सात सितंबर को आशीष के क्लिनिक गई थी, जहां उसने कुछ नशीला पदार्थ देकर उसके साथ दुष्कर्म किया था।
महिला ने आरोप लगाया कि उसने कोई नशीला पदार्थ खिलाया और रेप किया। घटना के बाद महिला ने शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
मध्य क्षेत्र के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (एडीसीपी) राजेश श्रीवास्तव ने कहा कि आशीष को बलात्कार, जहर देकर चोट पहुंचाने और आपराधिक धमकी देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भले ही महिलाओं की सुरक्षा को लेकर लाख दावे कर रही हो, लेकिन हकीकत इससे काफी दूर है। उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था सवालों के घेरे में है। राज्य से रोज मासूम बच्चियों और महिलाएं से रेप व छेड़छाड़ की कोई न कोई घटनाएं सामने आती ही रहती है, जो चीख-चीखकर बता रही हैं कि यूपी में महिलाएं कहीं भी सुरक्षित नहीं है।