कांग्रेस ने असम में अपने 212 कार्यकर्ताओं को कुछ माह पहले हुए विधानसभा चुनाव में कथित पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर गुरुवार को कारण बताओ नोटिस जारी किया। इस चुनाव में कांग्रेस की अगुवाई वाले गठबंधन को हार का सामना करना पड़ा।
समाचार एजेंसी पीटीआई (भाषा) की रिपोर्ट के मुताबिक, असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अनुशानात्मक कार्रवाई समिति के प्रमुख भरत चंद्र नारा ने कहा कि 15 जिला इकाइयों ने उन कार्यकर्ताओं की सूचियां सौंपी हैं जो पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल थे। पार्टी ने इस मामले पर विचार के लिए उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है और 212 कार्यकर्ताओं को नोटिस जारी किया है।
नारा ने कहा कि एपीसीसी ने मामले को देखने और उन पार्टी कार्यकर्ताओं को कारण बताओ नोटिस जारी करने के लिए एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया है। पार्टी विरोधी गतिविधियों की प्रकृति के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि 212 कार्यकर्ताओं ने चुनाव के दौरान प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से अन्य दलों के उम्मीदवारों की मदद की थी।
नारा ने कहा, “कारण बताओ नोटिस में, प्राप्तकर्ताओं को अपने जवाब प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है, जिसमें बताया गया है कि समिति द्वारा उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई 15 दिनों के भीतर क्यों नहीं की जाएगी।” हालांकि, उन्होंने आगे विस्तार से नहीं बताया।
सबसे ज्यादा लखीमपुर जिले के 51 कार्यकर्ताओं को नोटिस जारी किया गया है। इसके बाद प्रमुख रूप से करीमगंज में 29, धुबरी में 26 और तिनसुकिया में 25 कार्यकर्ताओं को नोटिस जारी किया गया है।
असम की 126 सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए चुनाव में भाजपा ने 60 जबकि इसकी सहयोगी असम गण परिषद ने नौ और यूपीपीएल ने 6 सीटे जीतीं। वहीं कांग्रेस ने 29, एआईयूडीएफ ने 16, बीपीएफ ने 4 सीट जीती।