भारतीय टीवी चैनल एनडीटीवी ने अडानी समूह द्वारा कथित तौर पर अपना नियंत्रण अपने हाथ में लेने की योजना की अफवाहों के बीच एक बयान जारी किया है। दरअसल, सोशल मीडिया पर अफवाहें उड़ने लगी कि एनडीटीवी को अडानी ग्रुप खरीदेगा, जिस कारण टीवी चैनल के शेयर की कीमतों में सोमवार (20, सितंबर 2021) को भारी उछाल देखने को मिली। जैसे ही यह अफवाहें सोशल मीडिया पर उड़ी तो लोगों ने रवीश कुमार सहित चैनल के अन्य पत्रकारों के भविष्य के बारे में अटकलें लगाना शुरू कर दिया।
एनडीटीवी ने एक बयान में कहा, “एनडीटीवी लिमिटेड अब स्वामित्व में बदलाव या किसी भी प्रकार के विनिवेश के लिए किसी भी इकाई के साथ चर्चा में नहीं है। संस्थापक-प्रवर्तक, राधिका और प्रणय रॉय, जो दोनों पत्रकार हैं, कंपनी के 61.45 प्रतिशत के मालिक हैं और इसके नियंत्रण में हैं। एनडीटीवी के पास इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि शेयर की कीमत में अचानक उछाल क्यों आया।”
बयान में आगे कहा गया कि मीडिया समूह ‘निराधार अफवाहों को नियंत्रित नहीं कर सकता, न ही यह निराधार अटकलों में भाग लेता है।’ इसमें कहा गया है, कंपनी अनुकरणीय कॉर्पोरेट प्रशासन के लिए जानी जाती है और प्रकटीकरण के लिए सभी कानूनी और नियामक आवश्यकताओं का पालन करना जारी रखती है।
वहीं, अडानी ग्रुप ने एनडीटीवी में अपने हितों को जोड़ने वाली अफवाहों पर कोई बयान जारी नहीं किया है। एनडीटीवी का यह बयान सोशल मीडिया पर अडानी समूह द्वारा संभावित अधिग्रहण को लेकर चल रही अटकलों के बीच आया है। अडानी द्वारा NDTV को खरीदने की अफवाहों के चलते कंपनी के शेयरों में में 10% का upper circuit लग गया।