लखनऊ यूनिवर्सिटी के स्टडी वॉट्सऐप ग्रुप में अश्लील फोटो और भद्दे मैसेज पोस्ट लीक, पुलिस में शिकायत दर्ज

0

लखनऊ विश्वविद्यालय (एलयू) में प्राचीन भारतीय इतिहास और पुरातत्व (एआईएचए) विभाग के रहने वाले छात्रों द्वारा बनाए गए एक व्हाट्सएप ग्रुप में अश्लील फोटो और भद्दे कमेंट फ्लैश होने लगे है। इस घटना के बाद वहां के छात्र सहम गए हैं। इस संबंध में विवि के मुख्य अधीक्षक ने रविवार को हसनगंज थाने में शिकायत दर्ज कराई। आरोपी छात्रों की अभी शिनाख्त नहीं हो पाई है।

फाइल फोटो

समाचार एजेंसी आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक, यह पूरा मामला पेपर प्रेजनटेशन के लिए फैकलटी के निर्देश पर छात्रा द्वारा बनाऐ गऐ व्हाट्सएप ग्रुप में शनिवार देर रात अश्लील चित्र और अश्लील संदेश पोस्ट किए गए थे। ग्रुप में जुड़ने के लिए शिक्षकों द्वारा सरकुलेट एक लिंक के माध्यम से लगभग 170 बीए छात्रों को जोड़ा गया। कुछ छात्र भद्दे मैसेज पोस्ट कर बाहर निकल गए और बाद में फिर से ग्रुप में शामिल हो गए।

छात्रों का कहना है कि, बदमाश छात्रों का जो मोबाइल नंबर ग्रुप में दिख रहा था, वह उसी क्लास के एक लड़के का था। हालांकि, जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने अपनी संलिप्तता से इनकार किया है। एक छात्रा ने कहा, शनिवार देर रात के करीब 11.58 बजे, हमारे पुरुष सहपाठी के नाम और फोन नंबर के साथ ग्रुप पर पहली अश्लील तस्वीर पोस्ट की गई थी। तस्वीर के बाद एक संदेश था। जिसमें चार छात्राओं को अश्लील संदेशों के माध्यम से लक्षित किया गया था।

उसने कहा कि वह व्यक्ति कक्षा की छात्राओं और शिक्षकों के लिए भी अभद्र और आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग करता रहा। छात्रों द्वारा साझा किए गए ग्रुप के स्क्रीनशॉट में, देर रात शिक्षकों से अनुरोध करने वाली महिला छात्रों के कई संदेश के इस मामले को देखने और सख्त कार्रवाई करने के लिए कहाती है। बार-बार अनुरोध करने के बाद भी, अनियंत्रित तत्व ने कक्षा के चार लड़को ने गाली देने वाला भी मैसेज किया और एक संकाय सदस्य के नाम को कलंकित कर दिया। फिर उसने अश्लील तस्वीरें पोस्ट कीं।

इन छात्रों में से एक ने कहा कि, जब गालियों ने सभी सीमाएं पार कर लीं और हमारे संकाय सदस्य के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया गया, तो मैंने इस मामले को देखने के लिए कुलपति प्रोफेसर एके राय और डीन, छात्र कल्याण, प्रोफेसर पूनम टंडन को टैग करते हुए ट्विटर का सहारा लिया। छात्र ने बताया कि, अनियमित तत्व ने अश्लील तस्वीरें पोस्ट कीं, अपमानजनक संदेश लिखे और तुरंत समूह से बाहर हो गए। वह फिर से एक अलग नाम और नंबर के साथ वापस जुड़ गया।

जब एलयू अधिकारियों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई, तो बाद में रविवार को एआईएचए के विभागाध्यक्ष प्रो पीयूष भार्गव द्वारा एलयू प्रॉक्टर कार्यालय को एक शिकायत भेजी गई, जिसके आधार पर हसनगंज थाने में मुख्य प्रॉक्टर दिनेश कुमार द्वारा कार्रवाई के लिए आवेदन दिया गया।

अधीक्षक ने कहा कि हमने इस संबंध में हसनगंज पुलिस स्टेशन में एक पुलिस शिकायत दर्ज की है। साथ ही, हमने व्हाट्सएप ग्रुप और फोन नंबर का एक स्क्रीनशॉट साझा किया है। जिसका इस्तेमाल उस छात्र के नाम और संपर्क नंबर के साथ किया गया था। जिसका नाम अश्लील था। महामारी के दौरान शिक्षा के लिए ऑनलाइन क्लॉस के बहुत ही यूजफुल रहे हैं, लेकिन इस तरह के मामले भी लगातार बढ़ रहे हैं।

Previous articleIndia Today sacks Aaj Tak journalist for ‘Modi is a shameless Prime Minister’ tweet
Next article“हम जानते हैं कि वह क्या पढ़ रहे हैं”: राहुल गांधी ने फोन टैपिंग केस को लेकर केंद्र सरकार पर कसा तंज