जानिए, क्यों उठी जूना अखाड़ा के यतींद्र नाथ गिरी की गिरफ्तारी की मांग; ट्विटर पर ट्रेंड हुआ #ArrestYatindraNathGiri

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देश की नई संसद में प्रवेश करने से पहले भारतीय संविधान को बदलने और दलितों के लिए आरक्षण समाप्त करने की आवश्यकता पर अपनी कथित टिप्पणियों को लेकर जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर यतींद्र नाथ गिरी सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गए है, लोग विवादास्पद बयानों के लिए हिंदू धार्मिक नेता की आलोचना करते हुए उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। वहीं, माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर पर भी #ArrestYatindraNathGiri ट्रेंड कर रहा है।

यतींद्र नाथ गिरी

दरअसल, यह तब हुआ जब एक हिंदी वेबसाइट ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि, यतींद्र नाथ गिरि ने भारतीय संविधान में बदलाव की मांग, दलितों के लिए आरक्षण को खत्म करने, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और मदरसों पर प्रतिबंध लगाने सहित कई अत्यधिक विवादास्पद बयान दिए।

अमर उजाला वेबसाइट के अनुसार, गिरि ने एक नया कानून बनाने की भी मांग की। उन्होंने कहा कि, प्रधानमंत्री ने जनसंख्या पर रोक के लिए कानून बनाने का आश्वासन साधु संतों को दिया था मगर अब तक इसे नहीं बनाया गया। जो भी दो बच्चों से अधिक पैदा करें उनके लिए कठोर सजा बिल अविलंब तय की जाए। असम सरकार की तरह उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को भी ऐसा बिल जल्द लाना चाहिए।

कथित तौर पर उन्होंने कहा कि आईएमए ईसाई संगठन है, इसे समाप्त करना चाहिए। आयुर्वेद पूरी तरह बीमारी को ठीक करता है जबकि एलोपैथी मर्ज को दबाती है ठीक नहीं करती। कोरोना में बड़े-बड़े चिकित्सा संस्थानों ने आयुर्वेदिक काढ़ा पिलाया है।

वेबसाइट के अनुसार, गिरि ने मदरसों, मुसलमानों के लिए धार्मिक स्कूलों पर प्रतिबंध लगाने की भी मांग की। उन्होंने कहा कि देश के 98 प्रतिशत मुस्लिम हिंदू ही हैं। वह पूर्व में किन्हीं कारणों से मुस्लिम हुए। अब वह घर लौटना चाहते हैं तो हिंदुओं को दिल बड़ा करना चाहिए।

गिरि अपने इन आपत्तिजनक बयानों को लेकर सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गए, लोग उनकी गिरफ्तारी की मांग करने लगे और ट्विटर पर #ArrestYatindraNathGiri भी ट्रेंड करने लगा।

देखें कुछ ऐसे ही ट्वीट:

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