VIDEO: भाजपा समर्थक अभिनेत्री कंगना रनौत ने गंगा नदी में तैरती शवों को बताया नाइजीरियन, सोशल मीडिया पर जमकर हुई ट्रोल; पूर्व IPS अधिकारी ने भी साधा निशाना

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अपने विवादित बयानों को लेकर मीडिया की सुर्ख़ियों में रहने वाली भाजपा समर्थक बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत अपने एक वीडियो को लेकर एक बार फिर से सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गई है, लोग उन्हें ट्रोल करते हुए जमकर खरी-खोटी सुना रहे हैं। पूर्व आईएएस अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह ने भी कंगना पर निशाना साधा है।

कंगना रनौत

दरअसल, पिछले कुछ दिनों में उत्तर प्रदेश और बिहार के कई शहरों में गंगा नदी में और उसके किनारे कई सड़ी-गली लाशों को देखा गया है और आशंका जताई जा रही है कि नदी में बह रहे शव कोविड-19 संक्रमितों के हैं। यह लाशें मिलने को लेकर मोदी सरकार और योगी सरकार विपक्ष के साथ-साथ सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर है। वहीं, सरकार इन मामलों की जांच मे जुट गई है। इस बीच, कंगना रनौत ने दावा किया कि पिछले दिनों गंगा में तैरती लाशों को जो तस्वीरें वायरल हुई थीं, वो भारत की नहीं हैं वह तो नाइजीरियन है।

कंगना को नाइडीरिया वाली टिप्पणी पर उन्हें सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल किया जा रहा है। पूर्व आईएएस अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह ने भी कंगना की इस टिप्पणी को लेकर उनपर निशाना साधा। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, “गंगा में तैरती लाशें नाइजीरिया की हैं – कंगना रनावत। उन्नाव, बलिया, कानपुर जैसे शहर नाइजिरियन हैं इसका मुझे बिलकुल अंदाज़ा नहीं था।”

कंगना ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट किए वीडियो में कहा- ”आज बहुत सारे त्योहार हैं। ईद मुबारक। अक्षय तृतीया की बहुत शुभकामनाएं। परशुराम जयंती की बहुत शुभकामनाएं। दोस्तों हम देख रहे हैं, दुनिया बहुत सारी चीज़ों से जूझ रही है। चाहे वो कोरोना हो या देश आपस में लड़ रहे हों। मुझे लगता है कि अच्छे वक्त में संयम नहीं खोना चाहिए और बुरे वक्त में हिम्मत नहीं खोनी चाहि तो हमें क्या सीख मिल रही है। इज़रायल का ही उदाहरण ले लीजिए। मात्र कुछ लाख लोग हैं उस देश में। हमने पिछले कुछ सालों में देखा कि अगर छह-सात देश भी एक साथ अटैक कर देते हैं। वो एक-एक को लोहे के चने चबा देते हैं। जिस हिम्मत से टेररिज़्म का मुकाबला कर रहे हैं वो, पूरी दुनिया के लिए मिसाल बनकर रह गया है। ऐसा क्या है उस देश में। सबसे पहले तो कोई विपक्ष… वहां भी है। लेकिन, खड़े होकर यह नहीं कह रहा है युद्ध के बीच में… कहां कौन-सी स्ट्राइक की, हम तो नहीं मानते। आतंकियों के कौन से लीडर को मार दिया, हम तो नहीं मानते। इस तरह की गंदगी वहां कोई नहीं डाल रहा। यह हम लोगों को देखना चाहिए और इससे सीखना चाहिए।”

कंगना ने आगे कहा, ”इस देश पर चाहे कोई विपत्ति आये, युद्ध आये या महामारी आये.. कुछ लोग होते हैं, जैसे बंदर-मदारी का तमाशा देखते हैं, वैसे साइड में खड़े हो जाते हैं। उम्मीद करते हैं, यह देश गिरे और वो तमाशा देखें। इस चीज़ का मज़ा उठायें। अब जैसे हमने कोरोना काल में ही देखा। एक बुजुर्ग महिला सड़क पर बैठी ऑक्सीजन ले रही थी। उस इमेज को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भुनाया गया। पता चला, वो इमेज कोरोना काल की है भी नहीं। गंगा में लाशें तैर रही हैं, पता चला वो तस्वीरें नाइजीरिया की हैं। यहां के कुछ लोग हमारी पीठ में छुरा घोंप रहे हैं। वो किसी जाति या धर्म विशेष के नहीं हैं। वो कैरेक्टर हर जगह पाये जाते हैं।”

कंगना ने अपने वीडियो में आगे कहा, ”क्या हमें इसके लिए कुछ स्टेप्स नहीं लेने चाहिए? भारत सरकार से अपील करना चाहती हूं कि इज़रायल की तरह आर्मी में सर्व करना हर स्टूडेंट के लिए अनिवार्य कर देना चाहिए। हम भी करना चाहते हैं। हम भी करेंगे। जिन-जिन धर्म की किताबों में लिखा है कि सिर्फ़ हमारे धर्म के लोग इंसान हैं, बाकी सब गाजर-मूलियां हैं, उनको उस धर्म में से निकालिए। आप चाहे हिंदू, मुसलमान, सिख, जैन, ईसाई कोई भी हैं आपके लिए सर्वोपरि धर्म होना चाहिए भारतीयता का। इस देश का नागरिक होने का जो संबंध है, वो सर्वोपरि होना चाहिए। इंसानियत का नाता सर्वोपरि होना चाहिए। हम भारतीय एक-दूसरे के लिए मायने रखते हैं। जब हम साथ में आगे बढ़ेंगे, तभी हमारा देश आगे बढ़ेगा। जय हिंद।”

कंगना अपने इस बयानों को लेकर सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गई है, लोग उन्हें ट्रोल करते हुए जमकर खरी-खोटी सुना रहे है। कुछ यूजर्स ने तो अब कंगना के इंस्टाग्राम अकाउंट को भी सस्पेंड किए जाने की मांग कर दी है।

बता दें कि, ट्विटर ने पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा को लेकर किए गए कंगना रनौत के ट्वीट्स पर उनका अकाउंट स्थायी रूप से सस्पेंड कर दिया है। इससे पहले रंगोली का ट्विटर एकाउंट भी कुछ महीने पहले सस्पेंड किया जा चुका है। कंगना रनौत ट्वीटर से सस्पेंड किए जाने के बाद जहां लगातार ट्रोलर्स के निशाने पर हैं।

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