पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन की मौत पर सियासत शुरू, RJD विधायक ने उठाए कई गंभीर सवाल; असदुद्दीन ओवैसी ने भी खोला मोर्चा

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राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के पूर्व सांसद और बाहुबली नेता मोहम्मद शाहबुद्दीन का कोरोना वायरस के कारण शनिवार को निधन हो गया था। शहाबुद्दीन की मौत के बाद अब सियासत भी शुरू हो चुकी है। शहाबुद्दीन की मौत के फौरन बाद ही पूर्व सीएम जीतनराम मांझी की सत्ताधारी HAM प्रवक्ता दानिश रिजवान ने इस पर सवाल उठाए थे। इसके बाद RJD के विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने भी सरकार पर कई आरोप लगाए। अब एआईएमआईएम (AIMIM) चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने भी मोर्चा खोल दिया है।

मोहम्मद शहाबुद्दीन

असदुद्दीन ओवैसी ने मोहम्मद शहाबुद्दीन की मौत पर सोमवार (3 मई) को एक के बाद एक लगातार दो ट्वीट किए हैं। अपने पहले ट्वीट में उन्होंने लिखा, “मरहूम शहाबुद्दीन साहब के घर वाले उनकी तदफ़ीन सिवान में करना चाहते हैं। अधिकारी इसकी इजाज़त नहीं दे रहे हैं और उनकी मय्यत को घर वालों के हवाले नहीं कर रहे हैं। शहाबुद्दीन साहब का ठीक से इलाज नहीं हुआ था। उन्हें एक COVID-19 के मरीज़ के साथ रखा गया था।”

एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, “कम से कम उनके ग़मज़दा घर वालों को उनके आख़री रूसूमात उनके हिसाब से करने से तो नहीं रोका जाना चाहिए। ज़ाहिर सी बात है कि वो COVID-19 के तमाम एहतियाती तदाबीर पर अमल करेंगे।”

समस्तीपुर के विधायक और आरजेडी के नेता अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने सीवान के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन के निधन को लेकर तिहाड़ जेल प्रशासन और दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। शाहीन ने वीडियो जारी कर कहा है कि एक साजिश के तहत शहाबुद्दीन की हत्या की गई है। उन्होंने जेल प्रशासन को लेकर कई सवाल भी उठाए।

आरजेडी विधायक शाहीन ने कहा है कि शहाबुद्दीन जब तिहाड़ जेल के सेपरेट वार्ड में थे तब वहां कोरोना कैसे पहुंचा। उन्होंने कहा कि जब शहाबुद्दीन कोरोना से संक्रमित हो भी गए तब उनका इलाज बेहतर अस्पताल में कराया जाना चाहिए था। इसकी बजाए शहाबुद्दीन को दीनदयाल अस्पताल जैसे अस्पताल में ही क्यों भर्ती कराया गया। उनका इलाज एम्स या किसी अन्य बड़े अस्पताल में क्यों नहीं करवाया गया।

शाहीन ने कहा कि हाई कोर्ट ने भी मोहम्मद शहाबुद्दीन का बेहतर इलाज करवाने के लिए कहा था। कहीं ना कहीं इसके पीछे कोई साजिश रची गई है। उन्होंने सीवान के पूर्व सांसद, आरजेडी के बाहुबली नेता की कोरोना से हुई मौत के मामले की उच्च स्तरीय जांच कराए जाने की भी मांग की है।

बता दें कि, पूर्व सांसद मोहम्मद शाहबुद्दीन तिहाड़ जेल में सजा काट रहे थे। इसी बीच वो कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए, जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां शनिवार की सुबह उनका निधन हो गया। शहाबुद्दीन 2004 में दोहरे हत्याकांड में आजीवन कारावास की सज़ा काट रहे थे।

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