आज तक के एंकर रोहित सरदाना के निधन पर कुछ लोगों ने किया खुशी का इजहार, लोगों ने ऐसे दिया जवाब

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हिंदी समाचार चैनल आजतक के एंकर और वरिष्ठ पत्रकार रोहित सरदाना का शुक्रवार (30 अप्रैल) को कोरोना वायरस के कारण निधन हो गया। खबरों के मुताबिक, आज सुबह उन्हें कार्डियक अरेस्ट हुआ था। रोहित सरदाना ने 24 अप्रैल को ट्वीट कर बताया था कि वो सीटी स्कैन में कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। तब उन्होंने यह भी कहा था कि हालत में बेहतरी हो रही है लेकिन छह दिन बाद ही उनकी मृत्यु हो गई। नोएडा के एक अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था।

रोहित सरदाना

लंबे समय तक समाचार चैनल ‘जी न्यूज’ में एंकर रहे वरिष्ठ पत्रकार रोहित सरदाना इन दिनों ‘आज तक’ चैनल में सेवाएं दे रहे थे। शाम को प्रसारित होने वाले डिबेट शो ‘दंगल’ की वह ऐंकरिंग करते थे। उन्हें पत्रकारिता जगत के कई पुरस्कारों से भी नवाजा गया था और बेबाक तरीके से अपनी बात रखने के लिए जाना जाता था। 2018 में ही रोहित सरदाना को गणेश शंकर विद्यार्थी पुरस्कार से नवाजा गया था।

रोहित सरदाना के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत कई दिग्गज नेताओं ने शोक जताया है। पत्रकारिता और राजनीति के कई बड़े चेहरों ने ट्वीट करके उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे है।

रोहित सरदाना के निधन पर कुछ लोग सोशल मीडिया पर जश्न भी मना रहे हैं और लिख रहे है कि अच्छा हुआ उसका निधन हो गया। वरिष्ठ पत्रकार के निधन पर शरजील उस्मानी ने भी टिप्पणी की, जिसको लेकर वो अब सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गए है, लोग उन्हें ट्रोल करते हुए जमकर खरी-खोटी सुना रहे है।

दरअसल, इंडिया टुडे के एंकर और वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने अपने सहकर्मी रोहित सरदाना के निधन को एक बुरी खबर बताते हुए ट्विटर पर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। राजदीप सरदेसाई के इस ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रियां देते हुए शरजील उस्मानी ने लिखा, “मनोरोगी। मनोविकारी झूठा। नरसंहार को बढ़ावा देने वाला। उसे कभी भी एक पत्रकार के रूप में याद नहीं रखा जा सकता।”

कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद उदित राज ने अपने ट्वीट में लिखा, “पत्रकार रोहित सरदाना नही रहे, श्रद्धांजलि। एक दिन सबको दुनिया से जाना है। सरदाना सरकार से नही विपक्ष से पूछते थे। सबक अन्य पत्रकारों के लिए तुम भी अमर नही हो, हो सके तो सरकार से पूछो कि 1 साल में क्या किया? एग्जिट पोल बंद करो। इतने से भी लाखों -करोड़ों की जिंदगी बच जाएगी।”

वहीं, एक अन्य यूजर ने रोहित सरदाना के निधन पर लिखा, “देर है अंधेर नहीं RIP, रोहित सरदाना।”

रोहित सरदाना के निधन पर एक अन्य यूजर ने लिखा, “एक दिन तो मौत सब को आनी है”

रोहित सरदाना के निधन पर ऐसे कमेंट देख कुछ लोग अपनी नराजगी भी जता रहे हैं। इसके साथ ही वो ऐसे लोगों को जवाब भी दे रहे है जो सरदाना के निधन पर खुशी जता रहे हैं।

शरजील उस्मानी के ट्वीट पर पत्रकार उमाशंकर सिंह ने लिखा, “ये इंसानियत पर कलंक है। सभी से अपील है कि इसको इतनी लानत भेजो कि ये शर्म से डूब मरे। किसी की मृत्यु के बाद ऐसा वही बोल सकता है जो बहुत ही घटिया इंसान हो। या कहें कि हैवान हो।”

एक यूजर ने लिखा, “राष्ट्रवादी पत्रकार रोहित जी की मौत पर जो लोग घटिया पोस्ट लिख रहे हैं, वे इंसान नहीं हो सकते। भगवान उन्हे सद्बुद्धि दो नहीं तो उनको उनकी सही जगह पर पहुंचा दो” एक अन्य यूजर ने लिखा, “सरदाना जी मृत्यु पर जो लोग खुश है। भगवान देख रहा है। जल्दी ही उनके परिवार में ऐसी घटना भेज कर उनकी खुशी बढ़ाएगा।”

एक अन्य यूजर ने लिखा, “लोग रोहित सरदाना की मौत पर शोक व्यक्त कर रहे हैँ, कुछ लोग मज़ाक उड़ा रहे हैँ और खुशी भी जाहिर कर रहे हैँ, मैं इन दोनों से ही अलग हूँ। मैंने न्यूज़ चैनल्स देखना 2 साल पहले बंद कर दिया था, मेरे लिये ये मौत रोज के आंकड़ों में शामिल एक मौत है।”

एक अन्य यूजर ने लिखा, “आज तक के एंकर रोहित सरदाना की मौत पर गलत टिप्पणी करनेवाले लोगों को मैं बुद्धिजीवी की श्रेणी में नहीं रख सकता, क्योंकि विचार भले ही अलग हों मगर उनकी मौत बेहद दुःखद है। ॐ शांति”

एक अन्य यूजर ने लिखा, “ऐसी बेशर्मी करते हुए आपको शर्म नहीं आई मौत कभी धर्म देखकर नहीं आती आज इनकी है तो कल आपकी है आप जैसे ही कुछ गधे मुसलमानों की वजह से आज सारी दुनिया मुसलमानों को गलत निगाह से देखती है शर्म करो। उसके दिल से पूछिए जिसने अपना खोया है।”

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