दिल्ली हाई कोर्ट ने रमजान के दौरान निजामुद्दीन मरकज मस्जिद में नमाज अदा करने को लेकर बड़ा फैसला लिया है। हाई कोर्ट ने गुरुवार को दिए अपने एक अहम फैसले में 50 लोगों को निजामुद्दीन मरकज मस्जिद की पहली मंजिल पर पांच वक्त की नमाज अदा करने की अनुमति दे दी है। बता दें कि, निजामुद्दीन मरकज में पिछले साल 23 मार्च से बंद कर दिया गया है।
दिल्ली हाई कोर्ट ने कहा कि 10 अप्रैल को जारी DDMA के नोटिफिकेशन के मुताबिक कोविड महामारी में अभी धार्मिक स्थलों को बंद नहीं किया गया है, लिहाजा मरकज़ पर भी ये पाबंदी लागू नहीं हो सकती है। हालांकि, नमाज के लिए मस्जिद में जाने वाले सभी लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग अपनाने, फेस मास्क लगाने सहित सभी तरह के कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करना होगा।
जस्टिस प्रतिभा एम सिंह ने निजामुद्दीन पुलिस थाने के थानाध्यक्ष को निर्देश दिया के वो दिन में पांच बार 50 लोगों को मस्जिद बंगले वाली की पहली मंजिल पर नमाज के लिए प्रवेश की इजाजत दें। दिल्ली वक्फ बोर्ड की तरफ से पेश हुए वरिष्ठ वकील रमेश गुप्ता ने मांग की थी कि संख्या बढ़ाई जाए और मस्जिद की अन्य मंजिलों के इस्तेमाल की भी इजाजत दी जाए, जिसे अदालत ने खारिज कर दिया। हालांकि, अदालत ने उन्हें इस आशय का अनुरोध थाना प्रभारी के समक्ष करने की इजाजत दे दी।
कोर्ट ने कहा कि एसएचओ बोर्ड द्वारा दिए गए ऐसे किसी आवेदन पर कानून के मुताबिक विचार कर सकते हैं। कोर्ट ने यह भी कहा कि उसका आदेश राजधानी दिल्ली में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) द्वारा जारी अधिसूचना से प्रभावित हो सकता है।
दिल्ली वक्फ बोर्ड ने निजामुद्दीन मरकज को फिर से खोलने की अपील करते हुए दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी, जिस पर सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार की ओर से दाखिल स्टेटस रिपोर्ट का अवलोकन करने के बाद कोर्ट ने यह आदेश दिया है।
बता दें कि, दिल्ली में कोरोना के मामलों में एक बार फिर से बढ़ोतरी हो रही है। बुधवार को 17 हजार से अधिक लोग कोरोना से संक्रमित हुए थे। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, भारत में गुरुवार को 2,00,739 मामले दर्ज किए गए हैं, जो कि कोरोना महामारी की शुरुआत से लेकर अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। नए मामलों के साथ कुल मामले 1,40,74,564 हो गये हैं। भारत में गुरुवार को 1,038 नई मौतें भी दर्ज की गई हैं, जिसके बाद देश में कुल मृत्यु का आंकड़ा 1,73,123 हो गया है।
कोरोना के नए केसों में लगातार होते इजाफे के बीच देश में उपचाररत मरीज़ों की तादाद भी लगातार बढ़ रही है। कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर पहले से ज्यादा खतरनाक है। इससे बचाव के लिए टीकाकरण का काम भी जोरशोर से चल रहा है। कोरोना वायरस से फैलने वाली महामारी का प्रकोप पिछले एक साल से भी अधिक समय से दुनियाभर में आतंक मचाए हुए है।