प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुख्य सलाहकार पी के सिन्हा ने मंगलवार (16 मार्च) को निजी कारण बताते हुए अचानक इस्तीफा दे दिया। पी के सिन्हा ने इस्तीफे के पीछे निजी कारणों का हवाला दिया है।
भारतीय प्रशासनिक सेवा के 1977 बैच के अधिकारी रहे सिन्हा को सितंबर 2019 में प्रधानमंत्री के प्रधान सलाहकार के पद पर नियुक्त किया गया था। नृपेंद्र मिश्रा के इस्तीफे के बाद 2019 से यह जिम्मेदारी संभाल रहे थे। हालांकि, इस्तीफे पर सरकार की ओर से अभी कोई जानकारी नहीं दी गई है।
इससे पहले उन्हें कुछ समय के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय में ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी (ओएसडी) नियुक्त किया गया था। वह चार वर्षों तक कैबिनेट सचिव के रूप में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। सिन्हा ऊर्जा मंत्रालय में सचिव के पद भी काम कर चुके हैं।
पीके सिन्हा उत्तर प्रदेश कैडर के 1977-बैच के एक IAS अधिकारी हैं। पीएमओ से उनका इस्तीफा दूसरा हाई-प्रोफाइल निकास है। इससे पहले, पीएम के प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्रा ने पिछले लोकसभा चुनाव के बाद इस्तीफा दे दिया था।