अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पदभार ग्रहण करते ही पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फैसलों को पलटने वाले आदेश जारी कर दिए। बाइडेन ने बुधवार को एक साथ कई कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर किए। इसमें जहां प्रवासियों को राहत दी गई है, वहीं कई मुस्लिम देशों से यात्रा पर लगाया गया बैन भी हटा लिया गया है। कोरोना के खतरे को देखते हुए जो बाइडेन ने देशभर में मास्क को अनिवार्य कर दिया है।
कार्यालय लेने के कुछ घंटे बाद जो बाइडेन ने करीब 17 कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर किया है। इससे पहले बाइडेन की टीम ने कहा था कि इन आदेशों पर हस्ताक्षर ट्रंप द्वारा किए गए नुकसान की भरपाई है। इन आदेशों पर हस्ताक्षर के बाद बाइडन ने कहा कि बर्बाद करने के लिए समय नहीं करना है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पहले ही दिन कई फैसलों पर हस्ताक्षर किए, जिनमें प्रमुख तौर पर पेरिस जलवायु समझौता है।
व्हाइट हाउस ने जानकारी दी है कि जलवायु परिवर्तन पर पेरिस समझौते में अमेरिका की फिर से वापसी होगी। बाइडन ने पेरिस जलवायु समझौते में दोबारा शामिल होने का ऐलान किया। इतना ही नहीं, जो बाइडेन ने कोरोना वायरस के खिलाफ जंग तेज करने के इरादे से एक महामारी कंट्रोल करने के एक फैसले पर दस्तखत किया। इस आदेश के मुताबिक, उन्होंने मास्क को और सोशल डिस्टेंसिंग को अनिवार्य कर दिया है।
जो बाइडेन ने बुधवार को अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जॉन रॉबर्ट्स ने जो बाइडन को देश के 46वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ दिलाई। साथ ही भारतीय मूल की पहली अमेरिकी महिला कमला हैरिस ने भी उपराष्ट्रपति पद की शपथ ली।
जो बाइडेन ने इस बात पर जोर दिया कि वह सभी अमेरिकी नागरिकों के राष्ट्रपति हैं, उन्हें वोट देने वालों के भी और नहीं देने वालों के भी। अपने 21 मिनट लंबे भाषण में बाइडन ने चुनौती स्वीकार करने और लोकतंत्र बहाल करने के लिए अमेरिकी नागरिकों की प्रशंसा की।