“ये जंगलराज नही तो क्या हैं?”: बलिया में SDM-CO के सामने BJP नेता ने युवक की गोली मारकर की हत्या, वीडियो वायरल

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उत्तर प्रदेश में अपराध लगातार बढ़ते जा रहें है, जो रुकने का नाम ही नहीं है। राज्य में अपराधियों के हौसले इतने बुलंद है कि वो कहीं भी घटना को अंजाम देकर मौके से फरार हो जाते है, जिसका ताजा मामला एक बार फिर से देखने को मिला है। इस बीच, बलिया में सरकारी कोटे की दुकान को लेकर हुए विवाद में कथित तौर पर भाजपा नेता धर्मेंद्र सिंह ने एसडीएम और सीओ के सामने एक युवक की गोली मारकर हत्‍या कर दी। घटना से जुड़ा एक वीडियो भी सामने आया है, जो अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। दिनदहाड़े हुई इस घटना से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है।

बलिया

इस मामले में सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने मौके पर मौजूद एसडीएम, सीओ और अन्‍य अधिकारियों-पुलिसकर्मियों को तत्‍काल प्रभाव से सस्‍पेंड करने का आदेश दे दिया है। हालांकि अब इस घटना को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है। कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी समेत तमाम विपक्षी दलों और उनके नेताओं ने इस घटना के बहाने प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपने निशाने पर लिया है।

कांग्रेस की यूथ विंग के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बी.वी. ने ट्वीट किया, ‘ये जंगलराज नहीं तो क्या? बलिया से भाजपा विधायक सुरेन्द्र सिंह के करीबी धीरेन्द्र सिंह ने दिनदहाड़े SDM और DSP के सामने ही एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी।’

उधर समाजवादी पार्टी ने भी घटना का वीडियो शेयर करते हुए प्रदेश नेतृत्व को निशाने पर लिया। एसपी ने ट्वीट किया, “सत्ताधीश खुलेआम कानून व्यवस्था को चुनौती दे रहे हैं। बलिया में कानून व्यवस्था को ठेंगा दिखाने वाली खौफनाक वारदात सामने आई है जहां एसडीएम और सीओ के सामने भाजपा नेता ने युवक जय प्रकाश पाल की गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस के सामने से गोली मारकर बीजेपी नेता फरार भी हो गया।”

बलिया स्थित दुर्जनपुर में चली गोली से मरे जयप्रकाश पाल के भाई तेज प्रताप पाल ने बड़ा आरोप लगाया है। तेज प्रताप की माने तो आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह को पुलिस ने पकड़ने के बाद भगा दिया। इतना ही नहीं आरोपी धीरेंद्र सिंह को बैरिया विधायक सुरेंद्र सिंह का खासा करीबी भी बताया जा रहा है।

वहीं दूसरी ओर इस मामले पर आजमगढ़ रेंज के डीआईजी सुभाष चंद्र दुबे ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि मुख्य आरोपी के साथ 8 लोगों के खिलाफ मुकदमा कायम किया गया है। जिनकी गिरफ्तारी के लिए एक दर्जन से ज्यादा टीमें गठित की गई हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस दो दर्जन से ज्यादा जगहों पर आरोपियों की तलाश में दबिश डाल चुकी है। उन्होंने मौके से आरोपी के भागने को पुलिस की लापरवाही करार दिया। फिलहाल, आरोपी पुलिस की पकड़ से बाहर है।

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