भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने मंगलवार को ट्विटर पर उन मीडिया रिपोर्टों का खंडन किया कि जिनमें कहा गया है कि उन्होंने अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले पर व्यक्तिगत रूप से ध्यान दिया है। मीडिया के कुछ हिस्सों में किए गए इस तरह के दावों को “फर्जी सूचना” करार देते हुए हर्षवर्धन ने लोगों से किसी भी अनपेक्षित बयान पर विश्वास करने से परहेज करने का आग्रह किया।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने एक ट्वीट किया, ‘‘मीडिया के एक हिस्से में यह दावा किया जा रहा है कि मैंने अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में व्यक्तिगत रूप से ध्यान दिया है। मैंने किसी से बात नहीं की है और न ही किसी मामले की जांच करने की पेशकश की है। कृपया किसी भी असत्य कथन पर विश्वास करने से बचें।’’ एम्स ने सोमवार को कहा कि मेडिकल बोर्ड ने अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के संबंध में अपनी रिपोर्ट सीबीआई को सौंप दी है।
An INCORRECT claim is being made in a section of the media that I have offered to take personal cognisance of Sushant death case.
I’ve NOT spoken to anyone nor offered to examine any case. Pls refrain from believing any unverified statements.#SushantSinghRajputCase
— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) October 6, 2020
गौरतलब है कि, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की फॉरेंसिक टीम ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौपीं अपनी रिपोर्ट में कहा है कि सुशांत सिंह राजपूत की मौत आत्महत्या करने की वजह से हुई है। यह हत्या नहीं है। एम्स के मेडिकल बोर्ड ने पिछले हफ्ते अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की हत्या को खारिज करते हुए इसे ‘फंदे से लटककर खुदकुशी’ करने का मामला बताया था।
बता दें कि, फॉरेंसिक टीम की यह रिपोर्ट अंग्रेजी समाचार चैनल ‘रिपब्लिक टीवी’ के संस्थापक अर्नब गोस्वामी और भाजपा समर्थक अभिनेत्री कंगना रनौत के लिए बहुत बड़ा झटका है, क्योंकि दोनों ने सुशांत सिंह राजपूत की मौत को हत्या घोषित कर दिया था।
सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में हत्या की आशंका को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की रिपोर्ट में खारिज किए जाने के बाद शिवसेना ने सोमवार को कहा कि इस मामले में मुंबई पुलिस को ‘बदनाम’ करने वाले नेताओं और समाचार चैनलों को महाराष्ट्र से माफी मांगनी चाहिए।