दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) ने आकर्षक वेतन दिलाने का लालच दिखाकर देह व्यापार में कथित रूप से धकेली गई 20 साल की एक युवती को रोहिणी से मुक्त कराया। इस महिला ने हेल्पलाइन नंबर 81 पर फोन कर बताया था कि उसके किसी पुराने परिचित ने उसे मोटी तनख्वाह वाले किसी काम का लालच देकर उसे वेश्यावृति में धकेल दिया।
प्रतिकात्मक फोटोदिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने ट्वीट कर बताया, “कल देर रात तक चले रेस्क्यू ऑपेरशन में रोहिणी इलाके से हमने एक 20 वर्षीय लड़की को एक घर में चल रहे सेक्स रैकेट से मुक्ति दिलवाई। लड़की को 25 अगस्त को अच्छी नौकरी का लालच देकर ज़बरन जिस्मफरोशी में धकेला गया। पुलिस के साथ मिलकर रात को रेस्क्यू कर मामले में FIR दर्ज करवाई है।”
कल देर रात तक चले रेस्क्यू ऑपेरशन में रोहिणी इलाके से हमने एक 20 वर्षीय लड़की को एक घर में चल रहे सेक्स रैकेट से मुक्ति दिलवाई। लड़की को 25 अगस्त को अच्छी नौकरी का लालच देकर ज़बरन जिस्मफरोशी में धकेला गया। पुलिस के साथ मिलकर रात को रेस्क्यू कर मामले में FIR दर्ज करवाई है।
— Swati Maliwal (@SwatiJaiHind) August 29, 2020
आयोग के अनुसार इस परिचित ने उससे कहा था कि वह उसे ‘आसानी से’ पैसे कमाने में मदद कर सकता है। डीसीडब्ल्यू ने बताया कि यह महिला राजी हो गई और उसके साथ 25 अगस्त को रोहिणी सेक्टर छह में एक मकान पर पहुंची। वहां पहुंचने पर उसने उससे वहां रोजाना आधार पर वेश्यावृति करने को कथित रूप से कहा। उसने उससे कहा कि प्रति ग्राहक उसे 1000 रूपये मिलेंगे जब महिला ने विरोध किया तब उसके साथ मारपीट की गई, उसे डराया धमकाया गया और उसे कमरे में बंद कर दिया गया।
शिकायत मिलने पर डीसीडब्ल्यू की प्रमुख स्वाति मालीवाल और सदस्य किरण नेगी ने बचाव अभियान के लिए एक टीम बनाई। टीम पुलिस के साथ संबंधित जगह पहुंची तब उसने वहां तीन महिलाओं और मुख्य आरोपी के अलावा कुछ मर्दों को पाया, मौके से मुख्य आरोपी भाग गया। फिर इस टीम ने संबंधित महिला को मुक्त कराया।
बताया जा रहा है कि, मुख्य आरोपी जितेश एक महिला के साथ आपत्तिजनक स्थिति में पाया गया और टीम को अंदर आते देख वो पीछे के दरवाजे से भाग खड़ा हुआ। उन दोनों के साथ एक और महिला ने भी भागने का प्रयास किया जो की नाकाम रही। महिला ने बताया कि वो जितेश की पार्टनर है और उसने कबूला की दोनों मिलकर वहां जिस्मफरोशी का काम करवाते हैं।
मौके से कॉल करके शिकायत करने वाली पीड़िता को रेस्क्यू करवाया गया और घर में मौजूद सभी व्यक्तियों को पुलिस स्टेशन ले जाया गया। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है। (इंपुट: भाषा के साथ)


















