राजस्थान में जारी सियासी घमासान के बीच विधायक राजेंद्र गुड्डा ने रविवार को कहा कि खरीद-फरोख्त मामले के आरोपी संजय जैन ने उनसे कुछ महीने पहले संपर्क किया था और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से मिलाने के लिए भी कहा था। बता दें कि, राजेंद्र गुडा बसपा के पांच अन्य विधायकों के साथ कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं।
विधायक राजेंद्र गुड्डा ने समाचार एजेंसी ANI से बातचीत में कहा, ‘संजय जैन 8 महीने पहले मेरे पास आए थे। उन्होंने मुझे वसुंधरा जी व अन्य लोगों से मिलने के लिए कहा था। उनकी तरह दूसरे एजेंट भी हैं लेकिन वो लोग अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हुए। संजय जैन काफी समय से एक्टिव थे। उन्होंने कहा कि भाजपा ने कांग्रेस सरकार को गिराने की साजिश एक लंबे समय से शुरू कर दी थी।’
गहलोत खेमे में विधायकों की संख्या पर वह बोले, ‘हम लोग नंबर में 100 से भी ज्यादा हैं। हमारे पास बहुमत है। अगर हमारे पास बहुमत नहीं होता तो वो (भाजपा) फ्लोर टेस्ट कराने की मांग करते। ये वो भी जानते हैं कि हमारे पास बहुमत है, इसलिए वो लोग फ्लोर टेस्ट कराने की मांग नहीं कर रहे हैं।’
We are more than 100 in number (MLAs). We have the majority. If we didn't have majority, they (BJP) would have demanded a floor test. They know that we have it, so they are not demanding floor test: Congress MLA Rajendra Guda. #Rajasthan https://t.co/BG06z6ATdX
— ANI (@ANI) July 19, 2020
गौरतलब है कि, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा ने दो दिन पहले तीन आडियो क्लिप जारी किए थे, जिसमें कथित तौर पर कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और संजय जैन के बीच विधायकों की खरीद-फरोख्त से संबंधित बातचीत शामिल थी।
बता दें कि, सचिन पायलट के बगावती सुर के बाद से कांग्रेस सरकार एक बड़े संकट का सामना कर रही है। पायलट ने घोषणा की थी कि गहलोत सरकार अल्पमत में है, क्योंकि उनके पास 30 विधायकों का समर्थन है। उसके बाद से ही गहलोत खेमे के विधायक एक पांच सितारा होटल में डेरा जमाए हुए हैं, जबकि पायलट खेमे के विधायक मानेसर के एक होटल से निकलने के बाद कथित तौर पर दिल्ली में विभिन्न होटलों में ठहरे हुए हैं।
बता दें कि, इससे पहले बसपा प्रमुख मायावती ने शनिवार को गहलोत सरकार पर बसपा के छह विधायकों को तोड़ने का आरोप लगाया था और राजस्थान में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि गहलोत ने बसपा के साथ धोखा किया और कुछ महीने पहले इसके छह विधायकों को कांग्रेस में शामिल करा लिया। मायावती ने कहा था कि, गहलोत भाजपा पर आरोप लगा रहे हैं कि वह उनके विधायकों को तोड़ रही है, लेकिन उन्होंने खुद राजस्थान में बसपा के छह विधायकों को तोड़कर यही काम किया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि गहलोत ने खुलेआम दल-बदल कानून का उल्लंघन किया है और बसपा के साथ दूसरी बार धोखा किया है। उन्होंने बसपा विधायकों को कांग्रेस में शामिल करा लिया। उन्होंने मांग की, राज्यपाल कलराज मिश्र को राज्य में राजनीतिक अस्थिरता का संज्ञान लेना चाहिए और राष्ट्रपति शासन की सिफारिश करनी चाहिए।