राजस्थान के राजनीतिक संकट ने सोमवार को एक नया मोड़ ले लिया है। दरअसल आयकर विभाग के जांचकर्ताओं ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खेमे से जुड़े लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की है। राजस्थान में राजनीतिक उठा-पटक के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थक दो कांग्रेस नेताओं के घर एवं प्रतिष्ठान पर आयकर विभाग ने आज छापे की कार्रवाई की गई।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, आयकर विभाग की कार्रवाई के दौरान केन्दिय रिजर्व पुलिस बल की मदद ली है। इन दोनों नेताओं के अलावा राज्य में 22 स्थानो पर आयकर छापे मारे गए। यह माना जा रहा है कि निर्दलीय विधायकों की खरीद-फरोख्त की आशंका को देखते हुए छापे की कार्रवाई की गई है। इनमें राज्य के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता राजीव अरोड़ा और धर्मेंद्र चौधरी भी शामिल हैं, उनके दफ्तरों की तलाशी ली जा रही है।
इस दौरान जांचकतार्ओं द्वारा बेहिसाब नकदी, आभूषण, संपत्ति के कागजात और लॉकर को जब्त किया गया है। अधिकारियों का कहना है कि जांचकतार्ओं की टीम तलाशी के लिए भीलवाड़ा और झालावाड भी पहुंच चुकी है। प्रवर्तन निदेशालय ने जयपुर के होटल फेयरमोंट पर छापा मारा। इस होटल में वैभव गहलोत के बिजनेस पार्टनर रतन कांत शर्मा की हिस्सेदारी है। वैभव, राजस्थान के मौजूदा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र हैं।
आयकर छापों को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, “आख़िर भाजपा के वकील मैदान में आ ही गए। इनकम टैक्स विभाग ने जयपुर में रेड शुरू कर दी। ED कब आएगी?” वहीं पार्टी व्हीप महेश जोशी ने कहा कि भाजपा “अपने उद्देश्यों को पूरा करने के लिए एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है।”
आख़िर भाजपा के वकील मैदान में आ ही गए।
इनकम टैक्स विभाग ने जयपुर में रेड शुरू कर दी।
ई॰डी कब आएगी?#Rajasthan
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) July 13, 2020
राजस्थान में राजनीतिक उथल-पुथल के बीच सोमवार को जयपुर में होने वाली विधायक दल की बैठक पर कांग्रेस के सभी वरिष्ठ नेता अपनी नजरें टिकाए हुए हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विधायकों को व्यक्तिगत रूप से फोन करके उनसे इस बैठक में आने के लिए कह रहे हैं। पार्टी ने दिल्ली के दो नेताओं अजय माकन और रणदीप सिंह सुरजेवाला को भी भेजा है ताकि वे पार्टी हाईकमान को सही स्थिति की रिपोर्ट दे सकें।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने जयपुर में होने वाली कांग्रेस विधायकों की बैठक में हिस्सा लेने के लिए उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट से अपील की है। बगावती तेवर अपनाएं पायलट ने देर रात बयान दिया था कि वह बैठक में हिस्सा नहीं लेंगे। सुरजेवाला ने स्पष्ट करते हए कहा है कि राजस्थान के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहीं भी कोई बयान नहीं दिया है। सुरजेवाला के मुताबिक विधायकों की संख्या को लेकर जो बातें कही जा रही है, उसे इन सबके लिए जिम्मेदार ठहराना गलत है।
अशोक गहलोत खेमे के करीबी सूत्रों ने कहा है कि मुख्यमंत्री के पास संख्या है। हालांकि, उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने देर रात अपने एक बयान में दावा किया कि 30 विधायकों ने उनके प्रति अपनी निष्ठा दर्शाई है, लिहाजा अब राजस्थान सरकार अल्पमत में है, वह बैठक में शामिल नहीं होंगे। लिहाजा अब सभी की निगाहें विधायक दल की बैठक पर हैं। कांग्रेस के नेता परिणामों को लेकर चिंतित हैं। वहीं बहुत से लोगों को उम्मीद है कि पायलट को शांत करने के लिए एक सौहार्दपूर्ण समाधान पर काम किया जाएगा।
बता दें कि, राजद्रोह के आरोपों के तहत दायर एक शिकायत की जांच के लिए पुलिस द्वारा नोटिस दिए जाने के बाद से उपमुख्यमंत्री दिल्ली में हैं। (इंपुट: एजेंसी के साथ)