भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर पलटवार करते हुए सोमवार कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री के तौर पर भारत की सैकड़ों वर्ग किलोमीटर भूमि चीन को बिना संघर्ष के सौंप दी और उनके कार्यकाल में 2010 से 2013 के बीच पड़ोसी देश ने 600 बार घुसपैठ की।
बता दें कि, मनमोहन सिंह ने चीन के साथ मौजूदा गतिरोध से निपटने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा था, जिसके बाद ट्विटर पर जेपी नड्डा ने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं तथा उनकी पार्टी को “हमारे बलों का बार-बार अपमान और उनकी वीरता पर सवाल उठाना बंद करना चाहिए।” भाजपा प्रमुख ने कहा कि कांग्रेस नेताओं ने (बालाकोट) हवाई हमले और सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भी ऐसा ही किया था। नड्डा ने कहा कि कांग्रेस को राष्ट्रीय एकता का सही मतलब समझना चाहिए, खासकर ऐसे समय में।
उन्होंने ट्वीट किया, “डॉ. मनमोहन सिंह उसी पार्टी से आते हैं, जिसने 43,000 किलोमीटर से ज्यादा भारतीय क्षेत्र को निस्सहाय रूप में चीन को समर्पित कर दिया था! संप्रग के शासनकाल में देखा गया कि बिना संघर्ष सामरिक और क्षेत्रीय समर्पण किया गया। बार-बार हमारे बलों का अपमान किया गया।” भाजपा प्रमुख ने कहा, ‘‘कोई महज विचार ही कर सकता है कि डॉ सिंह चीन के इरादों के प्रति चिंतित थे जब उन्होंने प्रधानमंत्री के रूप में भारत की सैकड़ों वर्ग किलोमीटर जमीन बिना संघर्ष के चीन को समर्पित कर दी। उनके कार्यकाल में 2010 से 2013 के बीच चीन ने 600 बार घुसपैठ की।”
One only wishes that Dr. Singh was as worried about Chinese designs when, as PM, he abjectly surrendered hundreds of square kilometres of India’s land to China. He presided over 600 incursions made by China between 2010 to 2013!
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) June 22, 2020
पूर्व प्रधानमंत्री सिंह ने लद्दाख में चीन के साथ गतिरोध पर अपनी पहली टिप्पणी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया बयान को लेकर सोमवार को कहा कि मोदी को अपने बयान से चीन के षड्यंत्रकारी रुख को ताकत नहीं देनी चाहिए और राष्ट्रीय सुरक्षा एवं सामरिक हितों पर पड़ने वाले अपने शब्दों के प्रभाव को लेकर बहुत ज्यादा सावधान रहना चाहिए। यह उल्लेख करते हुए कि भ्रामक प्रचार कभी भी कूटनीति एवं मजबूत नेतृत्व का विकल्प नहीं हो सकता, सिंह ने प्रधानमंत्री से अपील की कि भारत की क्षेत्रीय अखंडा की रक्षा करने के दौरान जान गंवाने वाले सैनिकों के लिए न्याय सुनिश्चित किया जाना चाहिए। नड्डा ने इसपर पलटवार करते हुए कहा कि सिंह का बयान मात्र “शब्दों को खेल” है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के आचरण और कदमों से किसी भी भारतीय को इस तरह के बयान पर विश्वास नहीं होगा।
Dear Dr. Singh and Congress Party,
Please stop insulting our forces repeatedly, questioning their valour. You did this post the air strikes and surgical strikes.
Please understand the true meaning of national unity, especially in such times.
It’s never too late to improve.
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) June 22, 2020
नड्डा ने कहा, ‘‘याद रखिए यह वही कांग्रेस है जो हमेशा हमारे सशस्त्र बलों पर सवाल करती है और उनका मनोबल तोड़ती है।’’ भाजपा प्रमुख ने कहा, ‘‘भारत पूरी तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर यकीन करता है और उनका समर्थन करता है। 130 करोड़ भारतीयों ने मुश्किल समय में उनका प्रशासनिक अनुभव देखा है, खासकर वह कैसे हमेशा राष्ट्र कल्याण को सबसे ऊपर रखते हैं।” नड्डा ने कहा कि सिंह ने एकता का आह्वान ठीक ही किया है। उन्होंने कहा कि कागज पर लिखे गए ऐसे कड़े शब्द तब असफल हो जाते हैं जब लोग देखते हैं कि कौन एकता का माहौल खराब कर रहा है। भाजपा प्रमुख ने कहा, ‘‘उम्मीद करता हूं कि डॉ सिंह कम से कम अपनी पार्टी को इसके लिए राजी कर पाने में सफल होंगे।’’
गौरतलब है कि, 15 जून को पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में चीन के पीपल्स लिबरेशन आर्मी के सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में एक अधिकारी सहित 20 भारतीय जवना शहीद हो गए थे। चीन ने स्वीकार किया इस झड़प में उसके जवान भी हताहत हुए हैं, लेकिन उसने हताहत सैनिकों की संख्या नहीं बताई है। इस घटना के बाद से ही विपक्ष सत्ता पक्ष पर लगातार निशाना साध रहा है। (इंपुट: भाषा के साथ)