कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शनिवार (16 मई) को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आग्रह किया कि प्रवासी मजदूरों के लिए गाजियाबाद और नोएडा से 1000 बसें चलाने की अनुमति प्रदान की जाए।

मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में प्रियंका गांधी ने कहा, ‘‘लाखों की संख्या में उत्तर प्रदेश के मजदूर देश के कोने-कोने से पलायन कर वापस लौट रहे हैं। लगातार सरकार द्वारा की गई घोषणाओं के बावजूद पैदल आ रहे इन मजदूरों को सुरक्षित उनके घरों तक पहुंचने की कोई व्यवस्था नहीं हो पाई है। प्रदेश में अब तक 65 मजदूरों की सड़क दुर्घटनाओं में मौत हो चुकी है जोकि कोरोना महामारी से मरने वालों की संख्या से भी अधिक है।’’
कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी ने कहा, ‘‘पलायन कर रहे बेसहारा प्रवासी श्रमिकों के प्रति कांग्रेस पार्टी अपनी ज़िम्मेदारी निभाते हुए 500 बसें गाज़ीपुर बार्डर-गाज़ियाबाद और 500 बसें नोएडा बार्डर से चलाना चाहती है। इसका पूरा खर्च कांग्रेस वहन करेगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘महामारी से बचने के सब नियमों का पालन करते हुए प्रवासी श्रमिकों को मदद करने के लिए हम 1000 बसों को चलाने की आपसे अनुमति चाहते हैं।’’
प्रियंका ने अपने पत्र में आगे कहा, ‘‘राष्ट्रनिर्माता मजदूरों को इस तरह नहीं छोड़ा जा सकता है। कांग्रेस इनकी मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है। आपसे आशा है कि आप इस प्रयास में हमारा सहयोग करेंगे।’’

वहीं, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मीडिया से बात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि जब बच्चों को चोट पहुंचती है, तो मां उनको कर्जा नहीं देती, बल्कि राहत के लिए तुरंत मदद देती है। कर्ज का पैकेज नहीं होना चाहिए था, बल्कि किसान, मजदूरों की जेब में तुरंत पैसे दिए जाने की आवश्यकता है।


















