उत्तर पूर्वी दिल्ली में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजीकरण (एनआरसी) को लेकर भड़की साम्प्रदायिक हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 22 पर पहुंच गई है। बता दें कि, मंगलवार को मृतक संख्या 13 थी। कई इलाकों में भड़की हिंसा में अब तक 56 पुलिसकर्मियों समेत करीब 200 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं।
जीटीबी अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक (एमएस) सुनील कुमार गौतम ने कहा, ‘‘मरने वालों की संख्या बढ़कर 22 हो गई है।’’ एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मरने वाले 22 लोगों में से चार को बुधवार सुबह लोकनायक जयप्रकाश नारायण (एलएनजेपी) अस्पताल से लाया गया था।
Sunil Kumar, Medical Superintendent of GTB Hospital: Till yesterday we did not have a Board constituted to carry out the postmortem, today onward the postmortems are being conducted and bodies are being handed over. #Delhi https://t.co/E8prdDKlsK
— ANI (@ANI) February 26, 2020
गौरतलब है कि, बीते दिन राष्ट्रीय राजधानी के उत्तरपूर्वी इलाके में चांदबाग और भजनपुरा सहित कई क्षेत्रों में हिंसा फैली थी। इस दौरान पथराव किया गया, दुकानों को आग लगाई गई। दंगाइयों ने गोकलपुरी में दो दमकल वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया था। भीड़ भड़काऊ नारे लगा रही थी और मौजपुर और अन्य स्थानों पर अपने रास्ते में आने वाले फल की गाड़ियों, रिक्शा और अन्य चीजों को आग लगा दी।
पुलिस ने दंगाइयों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। इन दंगाइयों ने अपने हाथों में हथियार, पत्थर, रॉड और तलवारें भी ली हुई थीं। कई ने हेलमेट पहन रखे थे।