जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के नजदीक मंगलवार (4 फरवरी) को कुछ लोग एकत्र हुए और आपत्तिजनक नारे लगाए। राष्ट्रीय ध्वज के साथ आए इन युवकों को ‘‘जय श्रीराम’’ और ‘‘देश के गद्दारों को गोली मारो…’’ के नारे लगाते हुए सुना गया। इतना ही नहीं बड़ी संख्या में पहुंचे लोगों ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।

समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का विरोध कर रहे जामिया के छात्र हफीज आज़मी ने बताया, ‘‘कुछ लोग सुखदेव विहार की ओर से आए और नारेबाजी की। वे जानबूझकर गेट संख्या एक पर लगे अवरोधक के नजदीक रुके जहां पर प्रदर्शन चल रहा है। वे वहां पर करीब 10 मिनट तक रहे और ‘जय श्री राम’ और ‘गोली मारो…’ के नारे लगाए जबकि पुलिस वहीं खड़ी थी।’’
कुछ छात्रों ने वीडियो क्लिप दिखाया जिसमें इस समूह द्वारा आपत्तिजनक नारे लगाए जाने के वक्त वहां पर पुलिस कर्मी टहलते हुए दिखाई दे रहे हैं। छात्रों ने बताया कि पुलिस कर्मियों ने बाद में उन्हें वहां से जाने को कहा और उन्हें सुखदेव विहार की ओर ले गई।
गौरतलब है कि, जामिया यूनिवर्सिटी इलाके में दो बार फायरिंग की घटना हो चुकी है। 30 जनवरी को एक नाबलिग ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया के बाहर नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध में प्रदर्शन कर रहे एक समूह पर गोली चला दी थी, जिसमें एक छात्र घायल हो गया था। बाद में उसे पुलिस ने उसे दबोच लिया था। प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाने वाले नाबालिग को कथित रूप से पिस्तौल बेचने वाले एक पहलवान को दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया है।
इसके बाद 2 फरवरी की देर रात अज्ञात लोगों ने कैंपस के गेट नंबर-5 के पास गोली चलाई। जिसके बाद गुस्साएं छात्रों ने जामिया नगर थाने का घेराव कर दिल्ली पुलिस के विरोध में नारेबाजी की। उसके बाद चश्मदीदों के बयान के आधार पर एफआईआर दर्ज की गई। वही, शाहीन बाग में फायरिंग की घटना के बाद अब प्रदर्शन वाले इलाके की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।