भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने रविवार (19 जनवरी) को एक कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाया। नितिन गडकरी ने कहा है कि, ‘पैसे की कोई कमी नहीं है। जो कुछ कमी है वो सरकार में काम करने वाली मानसिकता की है, जो निगेटिव एटीट्यूड है उसकी है।’
File Photoनितिन गडकरी नागपुर में विश्वेश्वरैया राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान में एक समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने अपने लक्ष्यों की ओर इशारा करते हुए कहा कि, “बीते पांच सालों में 17 लाख करोड़ रुपये का काम आंवंटित कर चुका हूं और इस साल पांच लाख करोड़ रुपये तक पहुंचना चाहता हूं, इंफ्रास्ट्रक्चर में काम करने के लिए।”
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा, “और मैं आपको सच बताना चाहता हूं कि पैसों की कोई कमी नहीं है। जो कुछ कमी है वो सरकार में काम करने वाली मानसिकता की है, जो निगेटिव एटीट्यूड है उसकी है। निर्णय करने में जो हिम्मत चाहिए, वो नहीं है।”
उन्होंने आगे कहा, “परसो मैं एक हाइएस्ट फोरम की मीटिंग में था। वहां वो (आईएएस अधिकारी) कह रहे थे कि ये शुरू करेंगे-वो शुरू करेंगे, तो मैंने उनको कहा कि आप क्यों शुरू करेंगे? आपकी अगर शुरू करने की ताकत होती तो आप आईएएस ऑफिसर बनके यहां नौकरी क्यों करते? आप जाकर कोई बड़ा उद्योग करते, जो कर सकते हैं, आप उसकी मदद करो, इस लफड़े में मत पड़ो।”
Union Min Nitin Gadkari: …Isliye main parso humare ek highest forum mein tha to vo keh rahe the hum yeh shuru karenge, vo shuru karenge, to maine unko kaha aap kyu shuru karenge? Aapki agar shuru karne ki taakat hoti to aap IAS officer ban ke yahan naukri kyun karte? (19.01.20) https://t.co/bXLNBA0QcP
— ANI (@ANI) January 19, 2020