घोटाले में घिरे पंजाब एंड महाराष्ट्र को-आपरेटिव (पीएमसी) बैंक में खाताधारक एक 39 वर्षीय महिला डॉक्टर ने मुंबई के वरसोवा इलाके में अपने घर में कथित रूप से आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

हालांकि, पुलिस ने शुरुआती जांच के आधार पर आत्महत्या की वजह बैंक में हुए घोटाले को नहीं माना है। एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस को नहीं लगता कि इस आत्महत्या का संबंध पीएमसी बैंक के संकट और हजारों जमाकर्ताओं पर आई वित्तीय परेशानी से है। पुलिस का मानना है कि महिला डॉक्टर ने किसी और वजह से आत्महत्या की है। फिलहाल, इस पूरे मामले की जांच की जा रही है। पुलिस ने मृतक डॉक्टर की पहचान निवेदिता बिजलानी के रूप में की है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
अधिकारी ने बताया कि वरसोवा के मॉडल टाउन इलाके में अपने पिता के साथ रह रही डॉक्टर निवेदिता बिजलानी (39) ने सोमवार रात को नींद की अधिक गोलियां खा लीं। उन्होंने कहा, ‘आत्महत्या की वजह का पता लगाया जाना अभी बाकी है। उनका पीएमसी बैंक में खाता तो था, लेकिन हमें नहीं लगता कि इसका (मौत का) संबंध बैंक के संकट से है।’
उन्होंने कहा कि बिजलानी पिछले कुछ वर्षों से अवसादग्रस्त थीं और उन्होंने पिछले साल मार्च में अमेरिका में खुदकुशी करने की कथित तौर पर कोशिश की थी। अधिकारी के अनुसार वह अमेरिका में प्रैक्टिस कर रही थीं। पहली शादी से उनकी 17 साल की बेटी है, जबकि एक अमेरिकी नागरिक से दूसरी शादी से उनका डेढ़ साल का बेटा है। अधिकारी के मुताबिक, वरसोवा थाने में दुर्घटनावश मौत का मामला दर्ज किया गया है। मामले की जांच की जा रही है।
गौरतलब है कि, पंजाब एंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक घोटाले के पीड़ित खाताधारकों में से एक संजय गुलाटी की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी। संजय के परिवार के 90 लाख रुपये पीएमसी बैंक में फंसे हैं। संजय की पहले जेट एयरवेज से नौकरी चली गई थी और अब सभी जमा पूंजी फंस गई थी। इसका सदमा वह बर्दाश्त नहीं कर पाए।
बता दें कि, बैंक के कुछ अधिकारियों पर फर्जी तरीके से कर्ज बांटने के लिए निजी कंपनी एचडीआईएल के साथ साठगांठ करने का आरोप है। इससे बैंक को 4,355 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। अब हजारों खाताधारक अपने पैसे निकाल पाने में असमर्थ हैं। पीएमसी बैंक के डूबने की खबरें फैलते ही लोग पैसे निकालने के लिए बैंक में उमड़ पड़े है। पंजाब एंड महाराष्ट्र को ऑपरेटिव बैंक में ग्राहकों का 11500 करोड़ रुपया जमा है। (इंपुट: भाषा के साथ)