भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित झारखंड में चोरी के शक में भीड़ द्वारा पीट-पीटकर मार डाले गए 24 वर्षीय तबरेज अंसारी की हत्याकांड मामले में एक नया मोड़ सामने आया है। तबरेज अंसारी मॉब लिंचिंग केस में झारखंड पुलिस ने 11 आरोपियों के खिलाफ हत्या के आरोपों को हटा दिया गया। इसके साथ ही पुलिस ने तबरेज अंसारी की मौत की वजह ‘कार्डियक अरेस्ट’ को बताया है। पुलिस के मुताबिक, यह बात फाइनल पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आई है।
रिपोर्ट के मुताबिक यह कोई सुनियोजित मर्डर नहीं था। पुलिस ने इस मामले में पिछले महीने ही धारा 304 के तहत चार्जशीट दाखिल की थी। पुलिस ने इससे पहले अंसारी की पत्नी की शिकायत पर दर्ज एफआईआर में हत्या का आरोप लगाया था।
‘द इंडियन एक्सप्रेस’ से बात करते हुए सरायकेला-खरसावां के एसपी कार्तिक एस ने कहा, ‘हमने इस मामले में आईपीसी की धारा 304 के तहत दो वजह से चार्जशीट दाखिल की थी। पहला तो अंसारी की मौत घटनास्थल पर नहीं हुई थी…और ग्रामीणों का अंसारी को मारने का कोई इरादा नहीं था। दूसरा, इसके साथ ही मेडिकल रिपोर्ट में हत्या के आरोपों की पुष्टि नहीं हुई थी। अंतिम पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि अंसारी की मौत कार्डियक अरेस्ट से हुई और इसके साथ ही सिर पर लगी चोट उतनी गहरी नहीं थी। चिकित्सा राय में कहा गया है कि मौत की वजह कार्डियक अरेस्ट और सिर पर लगी चोट है।’
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, सरायकेला-खारवान के उपायुक्त के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम ने अपनी रिपोर्ट में अंसारी की मौत के लिए पुलिस और उसकी शुरुआती जांच करने वाले डॉक्टरों को जिम्मेदार बताया था। जुलाई में जारी की गई रिपोर्ट में कहा गया था कि, ‘पुलिस देरी से पहुंची थी तो डॉक्टर भी उनके सिर में लगी चोट का सही से इलाज नहीं कर पाए।’
बता दें कि, तबरेज अंसारी (22) की 17 जून को बाइक चोरी करने के संदेह में झारखंड के सरायकेला-खरसावांजिले के धतकीडीह गांव में भीड़ द्वारा बर्बरतापूर्वक पिटाई करने के कुछ दिनों बाद 22 जून को एक अस्पताल में मौत हो गई। पुलिस के अनुसार, उसके पास से एक चोरी की मोटरसाइकिल और कुछ अन्य चीजें बरामद की गई हैं। यह मामला एक वीडियो के वायरल होने के बाद प्रकाश में आया। इस वीडियो में आरोपी, अंसारी को पीटते हुए दिख रहे थे।
वायरल वीडियो में ग्रामीण पेड़ से बंधे अंसारी को बेरहमी से पीटते हुए नजर आ रहे थे। साथ ही वीडियो में तबरेज से जबरन ‘जय श्री राम’ कहलवाने की कोशिश की जा रही है। तबरेज को एक पोल से बांधा गया और फिर उसे बुरी तरह से पीटा गया। इसके साथ ही जबरन उससे ‘जय श्री राम’ और ‘जय हनुमान’ के नारे लगवाए गए। उसके बेहोशी हालत में ही उसे पुलिस को सौंप दिया गया, पुलिस हिरासत में चार दिन बाद उसकी मौत हो गई थी।