100 से अधिक बच्चो की मौत के बीच टीम इंडिया को जीत की बधाई देकर ट्रोल हुए BJP नेता और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे

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बिहार के मुजफ्फरपुर में एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) यानी चमकी बुखार का प्रकोप जारी है। इंसेफलाइटिस के चलते बिहार में 100 से अधिक मांओं की गोद सूनी हो चुकी है। मरने वाले बच्चों का आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इस दौरान रविवार को हालात का जायजा लेने मुजफ्फरपुर श्रीकृष्ण सिंह मेडिकल कालेज अस्पताल पहुंचे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्द्धन ने इस समस्या को जड़ से समाप्त करने के लिए केंद्र सरकार की ओर से राज्य को सभी संभव तकनीक और आर्थिक मदद का आश्वासन दिया।

(PTI Photo)

इसके अलावा केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे के साथ हर्षवर्धन ने राज्य के स्वामित्व वाले श्रीकृष्णा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसकेएमसीएच) का दौरा किया। जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि मंत्रियों ने स्थिति का जायजा लेने के लिए डॉक्टरों और स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की।चमकी बुखार से पीड़ित मासूमों की सबसे ज्यादा मौतें मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच अस्पताल में हुई हैं।

सेकड़ों मासूम बच्चों की मौत के बीच विश्व कप में पाकिस्तान की भारत के हाथों लगातार 7वीं हार पर भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे टीम इंडिया को जीत की बधाई देकर सोशल मीडिया पर ट्रोल हो गए हैं। लोगों का कहना है कि एक तरफ जहां उनके राज्य में 100 से अधिक बच्चों की मौत हो गई है, वहीं राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बदहाल अस्पतालों पर ध्यान देने के बजाय क्रिकेट देखने में मस्त हैं।

स्वास्थ्य मंत्री ने ट्वीट कर लिखा, “पाकिस्तान को धूल चटाने पर टीम इंडिया के सभी सदस्यों को हार्दिक बधाई व आगामी मुक़ाबलों के लिए शुभकामनाएं ! Well Done Team India” मंगल पांडे के बधाई ट्वीट पर नाराज एक पत्रकार ने लिखा है, “100 से ज्यादा बच्चों के मौत की बधाई किसे? इतना ध्यान अस्पतालों पर क्यों नहीं?” वहीं, एक अन्य यूजर ने लिखा, “बिहार मे बच्चों की मृत्यु का शतक पूरा करवाने के लिए आपको भी ढेर सारी शुभकामनायें एवं बधाई।”

देखें, लोगों की प्रतिक्रियाएं: 

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुजफ्फरपुर में एईएस से हुई बच्चों की मृत्यु पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है।मुख्यमंत्री ने इस भयंकर बीमारी से मृत हुए बच्चों के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से शीघ्र ही चार-चार लाख रूपये अनुग्रह अनुदान देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग, जिला प्रशासन एवं चिकित्सकों को इस भयंकर बीमारी से निपटने के लिए हरसंभव कदम उठाने का निर्देश देने के साथ एईस से पीड़ित बच्चों के Pल्द स्वस्थ होने के लिs ईश्वर से प्रार्थना की है।

गौरतलब है कि बिहार के कई जिलों में एक्यूट इन्सेफेलाइटिस सिंड्रोम यानी एईएस का कहर जारी है। बिहार में इसे चमकी बुखार भी कहा जाता है। बच्चों की मौतों पर नीतीश सरकार घिरती हुई नजर आ रहीं है। चमकी बुखार के कहर के चलते अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। एईएस के प्रकोप से मरने वाले ज्यादातर बच्चे समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के हैं।

 

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