भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पर बयान को लेकर चुनाव आयोग ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को क्लीनचिट दे दी है। आयोग ने गुरुवार (2 अप्रैल) को कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश में एक चुनावी भाषण के दौरान आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन नहीं किया। गांधी ने चुनावी भाषण में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को ‘हत्या का आरोपी’ बताया था।
आयोग के अधिकारियों ने गांधी को क्लीनचिट देते हुए कहा, शिकायत की विस्तृत जांच की गई और जबलपुर के जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा भेजे गए भाषण की पूरी प्रतिलिपि की जांच के बाद आयोग का विचार है कि आदर्श आचार संहिता का कोई उल्लंघन नहीं किया गया है।
राहुल ने 23 अप्रैल को मध्य प्रदेश के सिहोरा जिले में एक चुनावी रैली के दौरान यह कथित टिप्पणी की थी। बीजेपी अध्यक्ष पर निशाना साधते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कथित तौर पर कहा था कि हत्या आरोपी बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह। वाह, क्या शान है बीजेपी ने इस टिप्पणी के बारे में ईसी को शिकायत की थी।
चुनावी रैली के दौरान अमित शाह के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कटाक्ष करते हुए कहा था, “हत्या के आरोपी अमित शाह…वाह! क्या शान है…क्या आप लोगों ने जय शाह का नाम सुना है? वह जादूगर हैं, 50,000 रुपये को तीन महीने में 80 करोड़ रुपये बना देते हैं और प्रधानमंत्री देश के युवाओं से कहते हैं कि पकौड़े बेचो।”
#WATCH Congress President Rahul Gandhi in Jabalpur, Madhya Pradesh says, "Murder accused BJP President Amit Shah….waah! kya shaan hai….Have you heard Jay Shah's name? He is a magician, he made Rs 50,000 into Rs 80 crore in 3 months." pic.twitter.com/lja1k5w0Sk
— ANI (@ANI) April 23, 2019
वहीं, अमित शाह ने इस टिप्पणी का कड़ा खंडन किया था और विपक्षी नेता के कानूनी ज्ञान पर सवाल उठाए थे। शाह ने कहा था कि इस फर्जी आरोप को अदालत ने बहुत पहले राजनीति से प्रेरित बताते हुए खारिज कर दिया था। शाह ने राहुल के इस आरोप का जवाब देते हुए कहा था, ‘मेरे खिलाफ एक फर्जी केस दर्ज किया गया था, जिसमें कोर्ट का फैसला आ चुका है। फैसले का निचोड़ था कि यह राजनीति से प्रेरित एक केस था और इसमें कोई सबूत नहीं थे। बाकी मैं राहुल गांधी की कानूनी ज्ञान पर ज्यादा टिप्पणी नहीं करना चाहता।’
Amit Shah: A fake case was registered against me in which court has delivered its judgement. The gist of the judgement is it was a politically motivated case & there is no evidence in this case. I don't want to comment much on Rahul Gandhi's legal knowledge pic.twitter.com/vlnQq8CYJ2
— ANI (@ANI) April 23, 2019
बता दें कि यह कोई पहला मौका नहीं है जब राहुल ने अमित शाह को ‘हत्या का आरोपी’ कहा हो। पिछले महीने बीजेपी ने त्रिपुरा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से राहुल गांधी की इस बात को लेकर शिकायत की थी कि त्रिपुरा के खुमुलवंग की रैली में उन्होंने अमित शाह को ‘हत्या का आरोपी’ कहा।