विश्व स्तर पर आतंकवाद के मोर्चे पर भारत को बुधवार को बड़ी कामयाबी मिली। जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र ने अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी घोषित कर दिया है।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत सईद अकबरुद्दीन ने ट्विटर पर लिखा, “बड़े, छोटे और सब लोक इकठ्ठा हुए और मसूद अज़हर को संयुक्र राष्ट्र द्वारा आतंकी घोषित कर दिया गया। हम इस मदद केलिए आभारी हैं। ”
It is a privilege & honour to serve India @UN . Am humbled. Thank U for all the good wishes. Will strive to do my best.
— Syed Akbaruddin (@AkbaruddinIndia) November 16, 2015
भारत लंबे समय से मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आंतकी घोषित करने की मांग कर रहा था। मसूद को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित करने को लेकर इस बार चीन ने कोई अड़ंगा नहीं लगाया। गौरतलब है कि इस मामले में बार-बार वीटो का इस्तेमाल करने वाले चीन ने एक दिन पहले ही इस बात के संकेत दे दिए थे कि वो इस बार मसूद अजहर के मामले में अड़ंगा नहीं डालेगा।
बीजिंग ने मंगलवार (30 अप्रैल) को कहा था कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा अजहर को वैश्विक अतंकवादी घोषित करने का यह विवादित मुद्दा ‘अच्छी तरह’ सुलझ जाएगा। अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस की ओर से जैश प्रमुख अजहर पर प्रतिबंध लगाने के ताजा प्रस्ताव पर चीन ने मार्च में वीटो लगा दिया था।
इससे पहले जैश ने फरवरी में जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले की जिम्मेदारी ली थी। अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने की यह पिछले 10 साल में चौथी कोशिश थी। सबसे पहले 2009 में भारत ने प्रस्ताव रखा था। फिर 2016 में भारत ने अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस के साथ मिलकर संयुक्त राष्ट्र की 1267 प्रतिबंध परिषद के समक्ष दूसरी बार प्रस्ताव रखा।
इन्हीं देशों के समर्थन के साथ भारत ने 2017 में तीसरी बार यह प्रस्ताव रखा। इन सभी मौकों पर चीन ने वीटो का इस्तेमाल कर ऐसा होने से रोक दिया था। लेकिन इस बार अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने मुद्दे को सीधे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में ले जाकर बीजिंग पर दबाव बढ़ा दिया था।