वर्तमान लोकसभा स्पीकर और मध्य प्रदेश के इंदौर से 8 बार बीजेपी सांसद रहीं सुमित्रा महाजन ने शहीद आईपीएस अधिकारी हेमंत करकरे पर नया बयान देकर सियासी खेमे में हड़कंप मचा दिया है। सुमित्रा महाजन के इस बयान पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने उन पर निशाना साधा है। बता दें कि, इससे पहले भोपाल संसदीय क्षेत्र से बीजेपी की उम्मीदवार और मालेगांव बम धमाकों की आरोपी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर हेमंत करकरे पर विवादित बयान दे चुकी है।

स्पीकर सुमित्रा महाजन ने शहीद हेमंत करकरे की शहादत को लेकर अहम बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि करकरे को शहीद के रूप में ही जाना जाएगा क्योंकि वह ड्यूटी के दौरान मारे गए। लेकिन, सुमित्रा महाजन ने कहा कि महाराष्ट्र एंटी-टेररिज्म स्क्वाड (ATS) के प्रमुख के रूप में करकरे की भूमिका संदेह से परे नहीं थी।
सुमित्रा महाजन ने कहा, “हेमंत करकरे के दो पहलू हैं, वह शहीद बने क्योंकि ड्यूटी के दौरान मारे गए। लेकिन एक पुलिस अधिकारी के रूप में उनकी भूमिका सही नहीं थी, हम कहेंगे कि यह सही नहीं थी।”
Days after Pragya Singh Thakur's comments on Hemant Karkare, outgoing Lok Sabha Speaker Sumitra Mahajan insulted the martyr, said that 'Karkare became a martyr because he died in the line of duty' @govindtimes with details | #PoliticsOverMartyr pic.twitter.com/9Bi49XbUz6
— TIMES NOW (@TimesNow) April 30, 2019
सुमित्रा महाजन के इस बयान पर दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करके पलटवार किया है। दिग्विजय सिंह ने लिखा, ‘सुमित्रा ताई, मुझे गर्व है कि अशोक चक्र विजेता शहीद हेमंत करकरे के साथ आप मुझे जोड़ती हैं। आपके साथी उनका अपमान भले ही करें, मुझे गर्व है कि मैं सदैव देशहित, राष्ट्रीय एकता और अखंडता की बात करने वालों के साथ रहा हूँ।’
उन्होंने आगे कहा, ‘सुमित्रा ताई, मैं धार्मिक उन्माद फैलाने वालों के हमेशा ख़िलाफ़ रहा हूँ। मुझे गर्व है कि मुख्यमंत्री रहते हुए मुझमें सिमी और बजरंग दल दोनों को बैन करने की सिफ़ारिश करने का साहस था। मेरे लिए देश सर्वोपरि है, ओछी राजनीति नहीं।’
सुमित्रा ताई, मैं धार्मिक उन्माद फैलाने वालों के हमेशा ख़िलाफ़ रहा हूँ। मुझे गर्व है कि मुख्यमंत्री रहते हुए मुझमें सिमी और बजरंग दल दोनों को बैन करने की सिफ़ारिश करने का साहस था। मेरे लिए देश सर्वोपरि है, ओछी राजनीति नहीं ।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) April 29, 2019
गौरतलब है कि साध्वी प्रज्ञा ने मालेगांव ब्लास्ट मामले में अपनी यातनाओं का जिक्र करते हुए हेमंत करकरे पर विवादित बयान दिया था। जब साध्वी के बयान पर चौतरफा हमले किए जाने लगे तो प्रज्ञा ठाकुर ने माफी मांग ली।
बता दें कि भोपाल में दिग्विजय सिंह के खिलाफ बीजेपी ने प्रज्ञा सिंह ठाकुर को उम्मीदवार बनाया है। गौरतलब है कि 29 सितंबर, 2008 को मालेगांव में हुए बम धमाकों के मामले में प्रज्ञा आरोपी हैं और तकरीबन 9 साल जेल में रही हैं। इस बहुचर्चित मामले में वह इन दिनों जमानत पर चल रही हैं।