उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के बदायूं स्थित आवास पर मंगलवार को छापेमारी हुई। नगर मजिस्ट्रेट कमलेश कुमार अवस्थी भारी पुलिस बल के साथ आवास विकास कालोनी स्थित मकान पर गये और पूरे मकान की गहन तलाशी ली।

दरअसल, सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव ने चुनाव आयोग से शिकायत की थी कि स्वामी प्रसाद मौर्य बदायूं में रहकर चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं और उनके आवास पर बाहरी लोग एकत्र हैं। इसी शिकायत के आधार पर आयोग की टीम ने छापेमारी की।
समाचार एजेंसी भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक, कमलेश कुमार ने बताया कि छापेमारी जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह के निर्देश पर की गई। अवस्थी के अनुसार, छापेमारी के दौरान हालांकि स्वामी प्रसाद मौर्य नहीं मिले। वह किराये के मकान में रहते हैं और छापे के दौरान वहां मकान मालिक के परिवार के अतिरिक्त कोई अन्य नहीं मिला।
बता दें कि, स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी संघमित्रा मौर्य उत्तर प्रदेश की बदायूं लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की प्रत्याशी है। संघमित्रा मौर्य अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में बनी हुई है। अपनी हाल ही में उनका एक वीडियो सामने आया था, जिसमें वह लोगों से कह रहीं थी कि अगर आपको फ़र्जी वोट डालने का मौका मिले तो डाल सकते हो।
वायरल वीडियो में संघमित्रा लोगों से कह रहीं है, ‘एक भी वोट बच ना पाएं और अगर कोई न तो यह हर जगह चलता है किसी दूसरे की जगह वोट डाल दिया जाता है। मौका मिले तो आप भी फायदा उठा लेना।’ उन्होंने आगे कहा, ‘ऐसा करना मत, जिसका वोट हो वो ही डाले। अगर वोटर ना मौजूद हो तो चोरी छुपके कोई दूसरा भी उसका वोट डाल सकता है।’
BJP's Badaun candidate Sanghmitra Maurya encourages her workers to cast votes on behalf of those whose names are there on the voters' list but are absent.
”Not a single vote should be left. It is OK to use fake voter slips…and vote on behalf of absentees.” pic.twitter.com/yiOgDWFjlV
— Imran Abbas (@imranabbas_TN) April 20, 2019